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हमें तो आज ही पैसा चाहिए, तब तक गेट का ताला नहीं खुलेगा

locationदेवासPublished: Jan 08, 2019 12:46:46 am

एसडीएम से चर्चा के बाद चेक मिले तो माने किसान

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हमें तो आज ही पैसा चाहिए, तब तक गेट का ताला नहीं खुलेगा

देवास. कृषि उपज मंडी में सोमवार को फिर हंगामा हो गया। अपनी उपज का पैसा नहीं मिलने से परेशान किसानों ने मंडी में ताला जड़ दिया। किसानों के हंगामे के चलते मंडी में नीलामी भी रुक गई। हंगामें के बाद किसानों को 30 जनवरी के चेक दिए गए। चेक मिलने के बाद किसानों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया।
मंडी के एक व्यापारी ने करीब 48 किसानों का 25 लाख रुपए का भुगतान नहीं किया तो एसडीएम के निर्देश पर व्यापारी के खिलाफ मंडी सचिव ने बीएनपी थाने पर प्रकरण दर्ज कराया था, लेकिन किसान इससे नहीं माने। नाराज किसानों ने सोमवार दोपहर 2 बजे के करीब मंडी क्रमांक 1 व 2 के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। मंडी बंद होने से नीलामी भी रूक गई। नाराज किसानों से चर्चा के लिए एसडीएम जीवनसिंह रजक मंडी क्रमांक 2 में पहुंचे। यहां ताला जड़ किसान अंदर ही रूके थे, एसडीएम से किसान गेट पर ही चर्चा के लिए अड़े थे। बाद में माने व एसडीएम को अंदर आने दिया। एसडीएम से चर्चा के दौरान किसानों की भीड़ जमा हो गई थी। किसान अड़े थे कि उनके बकाया का भुगतान आज ही कराया जाए। एसडीएम ने 15 दिन का समय मांगा तो किसान बोले आज ही पैसा चाहिए। किसानों का कहना था कि उनका भुगतान अटक जाने से घर में जरूरी काम अटक गए हैं। किसी के यहां शादी हैं तो किसी को बच्चे की स्कूल की फीस जमा करनी है। आखिरकार एसडीएम के निर्देश पर मंडी समिति का चेक सभी किसानों को दिया गया। ये चेक 30 जनवरी का है। चेक मिलने के बाद किसान मान गए।
पांच फर्म ऐसी जो नहीं कर रही भुगतान
किसानों ने मौके पर एसडीएम को बताया कि अभी भी मंडी में पांच फर्म ऐसी हैं जो किसानों का भुगतान अटका रही हैं। आगे से कोई फर्म किसानों के साथ धोखाधड़ी नहीं करे ऐसी व्यवस्था की जाए। इसके लिए किसानों ने मंडी अधिनियम भी अधिकारी को बताए। नाराज किसानों का कहना था कि किसानों की कोई गलती नहीं है। ऐसे में किसानों को बकाया का भुगतान मय 5 प्रतिशत ब्याज की राशि के साथ ही होना चाहिए।
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