मीना बाजार में पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली के आरोप, लोग हो रहे परेशान
देवासPublished: Oct 19, 2019 12:05:59 pm
पार्षदों ने कहा-कट्टे नगर निगम के और उगाही कर रहे दूसरे लोग मेला अधिकारी बोले-दी जा रही है रसीद, आरोप गलत
देवास. नगर निगम द्वारा आयोजित मीना बाजार विवादों में घिरा हुआ है। विवाद की वजह पार्किंग है। इस बार नगर निगम ने पार्किंग का ठेका किसी को न देकर अपने पास रखा और नतीजा यह निकला कि व्यवस्था बिगड़ गई। पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतें हो रही है। शुल्क लेने के बाद भी रसीद नहीं दिए जाने की बात सामने आ रही है। इसे लेकर भाजपा पार्षद भी आरोप लगा रहे हैं लेकिन न तो महापौर कुछ कर रहे हैं न ही निगमायुक्त, जिसके चलते निगम की छवि खराब हो रही है।
जानकारी के मुताबिक हर साल नगर निगम द्वारा मीना बाजार आयोजित किया जाता है। इसमें पार्किंग के लिए ठेका दिया जाता है और वाहनों की पार्किंग का शुल्क निर्धारित किया जाता है। इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ और निगम ने पार्किंग का ठेका नहीं दिया। रोज सैकड़ों लोग मीना बाजार पहुंच रहे हैं लेकिन पार्किंग की बदहाली से परेशान हैं। आरोप लग रहे हैं कि पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। आम लोगों के साथ ही भाजपा के ही पार्षद निगम के इस रवैये से नाराज हैं। मीना बाजार से गत दिनों गाड़ी भी चोरी हो गई जिसके बाद सवाल उठे कि इसका जिमेदार कौन है। पार्किंग की वसूली कर रहे कर्मचारियों पर बदतमीजी के आरोप लग रहे हैं लेकिन नगर निगम प्रशासन कुछ नहीं कर रहा।
पार्षद जता रहे विरोध
पार्षद अर्जुन चौधरी का कहना है कि जब मीना बाजार शुरू हुआ था उसी समय निगमायुक्त से कहा था कि निगम साइकल स्टैंड की रसीद न काटे। नगर निगम के कट्टे हैं लेकिन उगाही कोई और कर रहा है। इससे निगम की छवि खराब हो रही है। दूसरे पार्षद भी इसके विरोध में है।
महापौर का निर्णय है
निगमायुक्त संजना जैन ने कहा कि महापौर के निर्णय अनुसार निगम कर्मचारी पार्किंग शुल्क वसूल रहे हैं। यह लीगल इश्यू है। मेला अधिकारी नियुक्त किया है। रसीद देना जरूरी है। बिना रसीद के कोई वाहन कैसे पार्क कर सकता है।
ठेकेदार ने जमा नहीं किए रुपए
अपर आयुक्त व मेला अधिकारी आरपी श्रीवास्तव ने बताया कि पार्किंग के लिए निगम के कर्मचारी लगा रखे हैं। छह आदमी है। कम पडऩे पर अतिरिक्त को काम सौंपा गया है। रसीद दी जा रही है। पार्किंग का ठेका भी दिया था लेकिन ठेकेदार ने रुपए जमा नहीं किए। पहले ही दिन कुछ लोग दादागिरी कर रहे थे तो निगम ने कर्मचारियों के माध्यम से पार्किंग का काम संभाला।