कार्यकर्ता ने यह भी कहा कि परेशान होकर वह फांसी लगाने वाली थी। एडीएम ने मामले को लेकर जिला कार्यक्रम अधिकारी से मोबाइल पर बात की। चाणक्यपुरी क्षेत्र के आंगनवाड़ी केंद्र में पदस्थ कार्यकर्ता अलका देशमुख करीब दो माह पहले शांतिपुरा क्षेत्र के एक आंगनवाड़ी केंद्र पर विभागीय जानकारी देने गई थीं। उस दौरान उनके क्षेत्र की सुपरवाइजर आंगनवाड़ी केंद्र में फेशियल करवा रही थीं। देशमुख ने इसका वीडियो बना लिया था जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
इसके बाद परियोजना अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी की ओर से उनको चेतावनी पत्र दिया गया गया और नौकरी से हटाने की बात भी कही गई। इसके बाद कार्यकर्ता मानसिक तनाव में आ गई। देशमुख ने बताया परेशान होकर मैं फांसी लगाकर आत्महत्या करने जा रही थी क्योंकि अधिकारी प्रताडि़त कर रहे हैं। बाद में इसकी जानकारी साथी कार्यकर्ताओं को दी तो वो मुझे लेकर कलेक्टोरेट लेकर आए। एडीएम ने आश्वस्त किया है कि बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा।
संबंधित सुपरवाइजर का तबादला वरिष्ठ स्तर से हो चुका है। अनुशासनात्मक कार्रवाई की फाइल भी चल रही है। कोई भी अधिकारी या कर्मचारी ऐसा काम न करे जिससे विभाग की छवि धूमिल हो। कार्यकर्ता को 15 दिन पहले चेतावनी पत्र दिया था। मामले से कार्यकर्ता ने विभाग के जिम्मेदारों को अवगत भी नहीं कराया था। नौकरी व कार्रवाई अपनी जगह है, छोटी-छोटी बातों पर कोई गंभीर कदम नहीं उठाना चाहिए। – रेलम बघेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग।