आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं का अतिरिक्त मानदेय अटका
देवासPublished: Aug 02, 2019 11:55:38 am
कई कार्यकर्ता इधर-उधर से रुपयों का इंतजाम कर चला रहीं काम, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका भी परेशान
देवास. केंद्र व राज्य सरकार से मिलने वाले मानदेय पर निर्भर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को समय पर राशि नहीं मिलने से कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार से मिलने वाला अतिरिक्त मानदेय देवास शहरी परियोजना का मई महीने से रुका हुआ है वहीं अंचल की कई परियोजनाओं में मई का मानदेय तो मिल गया है लेकिन जून व जुलाई का रुका हुआ है।
वर्तमान में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को केंद्र सरकार व राज्य सरकार की ओर से मिलाकर प्रतिमाह मानेदय दिया जा रहा है। पिछले दिनों राज्य सरकार ने अपने हिस्से का मानदेय १५०० रुपए कम करने का आदेश जारी कर दिया था। यह आदेश पिछले साल एक अक्टूबर से प्रभावी किया गया है, ऐसे में मानदेय बढ़ोतरी का जो एरियर मिलना था वह भी अब मिलने की उम्मीद खत्म हो गई है। कार्यकर्ताओं का राज्य सरकार की ओर से मिलने वाला अतिरिक्त मानदेय देवास शहरी परियोजना में मई, जून व जुलाई माह का शेष है। शहरी परियोजना में ३०० से अधिक कार्यकर्ताएं कार्यरत हैं। अतिरिक्त मानदेय के भुगतान को लेकर पिछले करीब एक पखवाड़े से कार्यकर्ता महिला एवं बाल विकास विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत करवा रही हैं लेकिन बजट का आवंटन नहीं होने की बात करके हाथ खड़े कर दिए जाते हैं। कई कार्यकर्ताओं ने बताया मानदेय समय पर नहीं मिलने के कारण इन दिनों अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि जुलाई माह में बच्चोंं की स्कूल फीस, कॉपी-किताब, यूनिफॉर्म आदि का अतिरिक्त खर्च था। मानदेय नहीं मिलने के कारण कई कार्यकर्ताओं ने इधर-उधर से रुपयों का इंतजाम करके काम चलाया। वहीं अगस्त में त्यौहारी सीजन शुरू हो रहा है, ऐसे में मानदेय नहीं मिलने से आर्थिक संकट की स्थिति बन रही है। उधर मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का भी मानदेय अटका हुआ है। इनका मानदेय आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से भी कम रहता है, इसी से जैसे-तैसे घर का खर्च चलाती हैं लेकिन मानदेय अटकने के कारण अक्सर इनको परेशानियों से जूझना पड़ता है।
कार्यकर्ताओं का तालेबंदी आंदोलन फिलहाल टला
राज्य सरकार के मानदेय में कटौती करने के निर्णय का विरोध करते हुए पिछले दिनों आंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका महासंघ द्वारा धरना देकर आवेदन दिया गया था। मांग पूरी नहीं होने पर ८ अगस्त से आंगनवाडिय़ों में तालेबंदी की चेतावनी दी गई थी लेकिन यह आंदोलन फिलहाल ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है। 8 अगस्त से कृमिनाशक दवा खिलाने का अभियान आंगनवाडिय़ों में शुरू हो रहा है, ऐसे में तालेबंदी को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है, आगामी दिनों में नई तारीख की घोषणा हो सकती है।
वर्जन
जून माह का अतिरिक्त मानदेय बजट आवंटन नहीं होने के कारण रुका हुआ था। बिल बन गए हैं, अगले दो-तीन दिनों में भुगतान हो जाएगा। जहां तक जुलाई माह के मानदेय की बात है तो अभी तो माह खत्म ही हुआ है, उसकी प्रक्रिया भी शुरू होगी।
-रेलम बघेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग देवास।