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बच्चों की फीस के लिए लिया था पर्सनल लोन, बदमाशों ने एटीएम कार्ड बदलकर उड़ा लिए रुपए

locationदेवासPublished: May 30, 2019 02:52:51 pm

मामले में मंगलवार को अज्ञात आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।

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बच्चों की फीस के लिए लिया था पर्सनल लोन, बदमाशों ने एटीएम कार्ड बदलकर उड़ा लिए रुपए

देवास. एटीएम से रुपए निकालने के दौरान दिक्कत आने पर वहां मौजूद एक व्यक्ति ने मदद के बहाने रुपए निकालने वाले से एटीएम कार्ड लिया और पलक झपकते ही कार्ड बदल दिया। बाद में उसके कार्ड से भोपाल व सागर क्षेत्र से कईबार में 67 हजार रुपए निकाल लिए गए। घटना मार्च महीने की है जिसमें कोतवाली पुलिस ने आवेदन ले लिया था। बाद में शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी की गई थी। मामले में मंगलवार को अज्ञात आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
सांईनाथ नगर उज्जैन रोड निवासी लोकेश कुमार पिता हेमराज गजभिए गजरा गियर्स कंपनी में काम करते हैं। 18 मार्च को सुबह 11 से दोपहर 12 बजे के बीच वो एसबीआई मोती बंगला वाली ब्रांच के बाहर स्थित एटीएम पर पहुंचे। इसी बैंक में उनका खाता भी है। एटीएम में पहुंचने पर एक व्यक्ति पहले से मौजूद था जो पीछे हट गया। गजभिए ने एक बार में 20 हजार रुपए निकाले। दूसरी बार फिर से 20 हजार रुपए निकालने की प्रक्रिया पूर्ण की लेकिन रुपए नहीं निकले। इसी दौरान पीछे खड़ा व्यक्ति बिना बोले सामने की ओर आ गया और लोकेश से एटीएम कार्ड लेकर बोला सही ढंग से नहीं लगा होगा, इसके बाद उसने कार्ड लगाकर रुपए निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी और लोकेश का कार्ड अपने पास रख लिया और कुछ देर बाद निकल गया।उस दौरान लोकेश का ध्यान एटीएम स्क्रीन पर था इसलिए कार्ड बदलने का पता नहीं चला। बाद में रुपए नहीं निकलने पर कार्ड भी नहीं देखा और जेब में रखकर घर चला गया। चूंकि लोकेश को रुपयों की आवश्यकता थी इसलिए अगले दिन 19 मार्च को वह एसबीआई मोती बंगला पहुंचे और बैंक से विड्रॉल फॉर्म भरकर 20 हजार रुपए निकाले।
दोबारा बैंक पहुंचे तो पता चला खाते में रुपए नहीं

कुछ दिनों के अंतराल के बाद लोकेश रुपए निकालने के लिए फिर से बैंक पहुंचे। विड्राल भरकर कर्मचारी को दिया तो उसने खाते में पैसे नहीं होने की बात कही। इसके बाद लोकेश के होश उड़ गए क्योंकि खाते में उस समय करीब 70 हजार का बैलेंस होना चाहिए था। इसके बाद पासबुक की इंट्री करवाई तो पता चला कि अलग-अलग जगह से खाते से रुपए निकल चुके हैं। इसके बाद बैंक कर्मचारी को शंका हुई और उसने एटीएम कार्ड मांगा तब पता चला कि कार्ड बदला जा चुका है और जो कार्ड वर्तमान में है वह राजमल मंडलोई नाम के व्यक्ति का है।
मंडलोई भी हो चुका ठगी का शिकार

राजमल मंडलोई के नाम का जो कार्ड लोकेश के पास था उसके आधार पर बैंक से डिटेल निकाली गईतो पता चला कि वह व्यक्ति देवास के बरोठा क्षेत्र का रहने वाला है, उससे मोबाइल पर बात की गईतो उसने एसबीआई की स्टेशन चौराहा शाखा के बाहर वाले एटीएम पर स्वयं के ठगे जाने के बारे में बताया। शातिर बदमाश ने उसको भी किसी और का कार्ड थमाकर उसके खाते से रुपए निकाल लिए थे।
लोकेश का कार्ड सागर क्षेत्र में महिला के कार्ड से बदला

देवास के लोकेश का जो एटीएम कार्ड था उसे आरोपित ने सागर क्षेत्र में किसी महिला का कार्ड बदलकर उसे दे दिया था। वहां से एक फोन लोकेश के पास आया तब पता चला कि महिला के खाते से भी रुपए निकल चुके हैं। लोकेश के खाते से भोपाल रेलवे स्टेशन स्थित एटीएम से भी रुपए निकले हैं, ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि देवास से भोपाल पहुंचे शातिर बदमाश ने रुपए निकाले और फिर वहां से सागर क्षेत्र के लिए रवाना हुआ होगा। आरोपित के तार सागर क्षेत्र के बंडा से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं जो अब तक दर्जनों लोगों के एटीएम कार्ड बदलकर लाखों रुपए का चूना लगा चुका है।
बच्चों की फीस जमा करने के लिए लिया था पर्सनल लोन

लोकेश ने बताया बच्चों की फीस जमा करने के लिए उन्होंने 1.15 लाख रुपए का लोन लिया था। फीस जमा करने के बाद खाते में करीब 70 हजार रुपए के आसपास बैलेंस था। लोकेश ने कहा कईवारदातों के तार अलग-अलग जगह के एटीएम से जुड़े हैं, यदि इन सभी जगह के सीसीटीवी फुटेज देखे जाएं तो आरोपित का पता लगाने में आसानी हो सकती है।
फुटेज व अन्य तकनीकी जांच में समय लगा

मामले में आवेदन मिलने के बाद जांच शुरूकर दी गई थी। सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी जांच के कारण समय लगा था। -महेंद्रसिंह परमार, कोतवाली टीआई।
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