दरअसल शनिवार को भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसौदिया देवास आए थे। प्रेसवार्ता लेकर कहा था कि 31 मार्च को देशव्यापी कार्यक्रम होगा जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। देवास जिले की पांचों विधानसभा में कार्यक्रम होगा। शाम पांच बजे एलईडी स्क्रीन पर प्रसारण किया जाएगा। मैं भी चौकीदार हूं अभियान के तहत आयोजन होगा। प्रवक्ता ने अपनी बात कही और तय समयानुसार देवास के नावेल्टी चौराहे पर रविवार शाम को कार्यक्रम हुआ। मैं भी चौकीदार हूं कि टोपी लगाकर नेता-कार्यकर्ता आए और स्क्रीन पर मोदी का संबोधन सुनते रहे। हालांकि आयोजन को लेकर जिस तरह से प्रचार किया गया, बातें की गई वैसा कुछ दिखा नहीं और औपचारिकता निभाकर भाजपाई लौट आए। इस अवसर पर प्रमुख रूप से भाजपा जिलाध्यक्ष नंदकिशोर पाटीदार, लोकसभा संयोजक रायसिंह सैंधव, महापौर सुभाष शर्मा, जिला महामंत्री फूलसिंह चावड़ा, जिला उपाध्यक्ष मदनलाल कहार, मंडल अध्यक्ष ओम जोशी, कार्यालय प्रभारी रेवंत राजोले, विस्तारक कमल बैरवा, भेरूसिंह उपड़ी, राजेश यादव, पार्षद मनीष सेन, बसंत चैरसिया, मनोहर जाधव, शंभू अग्रवाल सुमेर दरबार, अनिल चावड़ा, महिला मोर्चा से शोभा नायक, मनीषा बापना आदि उपस्थित थे।
बाधित हुआ यातायात, लगता रहा जाम भाजपाइयों ने नावेल्टी चौराहे पर स्क्रीन लगाई जिस कारण यातायात बाधित हुआ। रविवार का दिन होने से शाम के समय लोग बाजार में जाते हैं लेकिन भाजपा के आयोजन ने यातायात बाधित किया। एक तरफ का रास्ता बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया तो दूसरी तरफ नेताओं के चारपहिया वाहन खड़े रहे। बीच में भाजपा नेता कुर्सी लगाकर बैठ गए और निकलने के लिए थोड़ी सी जगह बची। कुछेक पुलिसकर्मी यातायात व्यवस्था संभालने की मशक्कत करते रहे मगर जाम लगता गया। भाजपा कार्यकर्ता भी बीच-बीच में जाम खुलवाने आए लेकिन राहगीरों ने सवाल किया कि खुद की नेतागिरी के लिए जनता को परेशान क्यों करना। कार्यक्रम बीच सड़क की जगह दूसरे स्थान पर भी हो सकता था।
फंस गया सीएसपी का वाहन जिस समय जाम लग रहा था उसी समय सीएसपी का चारपहिया वाहन उक्त जगह से निकला लेकिन फंस गया। पुलिस जवान ने रास्ता बनाकर जाम खुलवाया। आयोजन के दौरान मैं भी चौकीदार हूं कि टोपी नेताओं के सिर पर लगी थी तो एक-दो टोपियां सड़क पर पड़ी हुई थी।
बातें ज्यादा मगर भीड़ कम कार्यक्रम को लेकर जिस तरह से बातें की गई उतनी भीड़ नहीं पहुंची। जिलाध्यक्ष, महापौर समेत दूसरे पदाधिकारी पहुंचे लेकिन मंडलों के कार्यकर्ता नहीं पहुंचे। महिला मोर्चा, युवा मोर्चा समेत दूसरे मोर्चे, प्रकोष्ठ की संख्या नाममात्र की रही। महिलाएं तो तीन-चार ही थी जबकि जूनियर, सीनियर मंडल के पदाधिकारी भी नहीं आए। इसे लेकर चर्चा हुई कि जिस कार्यक्रम के लिए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता को प्रेसवार्ता के लिए भेज रही है उस कार्यक्रम के लिए भाजपा ही गंभीर नहीं है। एक बात यह भी सामने आई कि गुटबाजी के चलते भी ऐसा हो रहा है।