संभवत: देवास कोर्ट का यह पहला मामला है, जिसमें कोई दुल्हन अपने होने वाले पति की अंतरिम बेल के लिए कोर्ट पहुंची। तराना निवासी सपना चौहान की देवास निवासी दीपक अहिरवार से तराना में शादी होना थी। शादी के पहले ही दूल्हा देवास सेंट्रल जेल पहुंच गया। सोमवार को सपना की गुहार पर सरकारी वकील अशोक चावला ने आपत्ति लेते हुए कहा, हत्या जैसे गंभीर मामले में आरोपित को जमानत नहीं दी जाना चाहिए। कोर्ट ने उनकी दलील को माना। आरोपी के वकील विजय राठौर ने पुलिस कस्टडी में शादी का भी आवेदन दिया, जिसे भी कोर्ट ने नकार दिया। कोर्ट ने कहा, शादी समारोह में बहुत भीड़ होती है। इसका फायदा उठा कर आरोपी भाग सकता है। विवाह के लिए दूसरा मुहूर्त निकाल सकते हैं।
मुझे विश्वास, निर्दोष साबित होंगे मंगेतर सपना चौहान बोलीं, पत्रिका बंट चुकी थी। मेहमान आ चुके हंै लेकिन मंगेतर जेल में है। कोर्ट से अपनी शादी की इजाजत मांगने आई थी, लेकिन मायूसी हाथ लगी। सपना ने कहा कि होने वाले पति जरूर निर्दोष साबित होंगे। पुलिस पहले ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लेती तो ये स्थिति नहीं बनती। कोर्ट से हमें निश्चित ही इंसाफ मिलेगा।
शादी से पहले ही हो गई गिरफ्तारी संजयनगर निवासी राधेश्याम सोलंकी की इलाज के दौरान इंदौर के एमवाय अस्पताल में मौत हो गई। राधेश्याम का कुछ लोगों से विवाद हुआ था और सिर में चोट लगी थी। औद्योगिक थाना पुलिस ने ७ पर हत्या का केस दर्ज किया, जिसमें एक आरोपित दीपक अहिरवार भी है। दीपक की बरात सोमवार शाम को तराना जानी थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।