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मीजल्स-रूबेला का शुभारंभ बना राजनीतिक अखाड़ा

locationदेवासPublished: Jan 16, 2019 12:46:00 am

भीड़ हटाने के लिए एडीएम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को आना पड़ा, मंच से मंत्री ने मांगी माफी

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मीजल्स-रूबेला का शुभारंभ बना राजनीतिक अखाड़ा

देवास. मंगलवार को मंत्री सज्जनसिंह वर्मा जिला अस्पताल में मीजल्स और रुबेला अभियान का शुभारंभ करने पहुंचे थे। एमजी अस्पताल के प्रबंधन ने मंच और श्रोताओं के बैठने का उचित प्रबंध भी किया था। मंत्री के आने पर कार्यकर्ताओं ने उनके साथ फोटो की फ्र्रेम में आने के लिए जबदरस्त अव्यस्थाएं फैला दी। मंत्री के पीछे भागने में इन लोगों ने कुर्सियों का भी ध्यान नहीं रखा। दौडते हुए ये कुर्सियां गिराते हुए बस मंच तक पहुंचना चाहते थे। शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई। यहां पर मंत्री के आसपास कार्यकर्ताओं का इतना हुजूम लग गया कि बड़ी मुश्किल से दीप प्रज्वलन हो पाया। इसके बाद मंच के पीछे कार्यकर्ता सिर्फ इसलिए तैनात हो गए थे कि मंत्री के साथ फोटा आ जाए। फोटो के चक्कर में कार्यकर्ताओं ने व्यवस्थाएं तार-तार कर दी। इतना ही नहीं जिला अस्पताल में शोर शराबा प्रतिबिंध होता है, इसके बाद भी माइक से भाषण भी दिए गए। साथ ही उत्साही कार्यकर्ताओं ने मरीजों की फ्रिक ना करते हुए वर्मा जिंदाबाद के नारे तक बुलंद कर दिए। अव्यवस्थाओं को देखकर मंत्री भी नाराज हुए और अव्यवस्थाओं को लेकर मंच से माफी मांग ली।
व्यवस्थाएं बिगाड़ती देख अफसरों को मैदान संभालना पड़ा। एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी, अति. पुलिस अधीक्षक अमित पाटीदार, सीएसपी विजयशंकर द्विवेदी को मंच के पीछे पहुंचना पडा। वहीं एमजी अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ कुर्सी पर बैठा था, लेकिन मंच के पीछे और सामने नेताओं के चक्कर में पूरा कार्यक्रम ही बिगड़ गया। वहीं अधिकारियों को मंच के पीछे जाकर कार्यकर्ताओं को बाहर लाना पडा। इस अव्यवस्था को देखकर विधायक गायत्री पवार और महापौर सुभाष शर्मा असहाय नजर आए। विधायक के बिना ही मंत्री ने शुभारंभ कर दिया।
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