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गरीबों को 72 हजार सालाना देने की घोषणा गिनाई, रुपए कहां से आएंगे इस पर साधी चुप्पी…

locationदेवासPublished: Mar 29, 2019 12:02:16 pm

Submitted by:

Amit S mandloi

–कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता पहुंची देवास, एक ने रखी बात, दूसरी रही चुप

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देवास. लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस अपनी घोषणाओं का प्रचार कर रही है। जिलों में प्रवक्ताओं को भेजकर योजना की जानकारी दी जा रही है लेकिन ये प्रवक्ता सवाल पूछने पर मीडिया को भाजपा का भक्त बता रहे हैं और जवाब देने से कतरा रहे हैं। ऐसा ही कुछ गुरुवार को हुआ जब कांग्रेस की प्रेसवार्ता हुई। प्रदेश की दो प्रवक्ता देवास पहुंची।
एक जल्दी आई तो दूसरी देर से। एक बोलती रही तो दूसरी सुनती रही। प्रवक्ताओं से ज्यादा गुस्सा शहर अध्यक्ष को आ गया जब उनसे सवाल किए जाने लगे। बार-बार वे भाजपा नेताओं को कोसते हुए कहने लगे कि या तो वे राजनीति छोड़ दें या मैं छोड़ दूंगा।
दरअसल प्रदेश कांग्रेस ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारी की गई मिनिमम इनकम गारंटी योजना के प्रचार-प्रसार के लिए प्रेसवार्ता रखी। कांग्रेस प्रवक्ता संगीता शर्मा और अपराजिता पांडे देवास पहुंची। संगीता शर्मा तो तय समय पर पहुंच गई लेकिन अपराजिता पांडे को पहुंचने में देर लगी। हालांकि आने के बाद भी अपराजिता चुप ही रही और संगीता ने अपनी बात रखी। कमलनाथ सरकार की उपलब्धियां गिनाई। कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने घोषणा की है कि केंद्र में अगर उनकी सरकार बनती है तो वह न्यूनतम इनकम गारंटी योजना लागू करेंगे जिसके तहत गरीब परिवार को 6 हजार रुपये माह यानी 72 हजार रुपए सालाना की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
यह राशि परिवार की महिला के खाते में जमा होगी। मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 10 दिन के अंदर किसानों का करोड़ों रुपए का कर्ज माफ किया है। अपने वचन पत्र में किए वादों के मुताबिक 80 वादे इतने कम समय में पूरे कर दिए हैं, जो ऐतिहासिक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जो वादे प्रदेश के लोगों से किए थे वे आज तक पूरे नहीं हुए। बात 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने की हो या हर खाते में 15 लाख रुपए देने की। नोटबंदी और जीएसटी जैसे निर्णय से देश की आर्थिक व्यवस्था की कमर तोड़ दी। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जय किसान फसल ऋण मुक्ति योजना लागू कर प्रदेश के 25 लाख 50 हजार किसानों का 2 लाख रुपए तक का कर्ज माफ कर दिया। प्रदेश के युवा बेरोजगारों के हक में निर्णय लेते हुए 100 दिन का रोजगार सुनिश्चित किया। भाजपा के नेता आज राहुल गांधी की मिनिमम इनकम गारंटी का विरोध कर रहे हैं जबकि इनके शासन में इससे अधिक रुपया नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या जैसे लोग लेकर देश से भाग गए। इस दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी, पूर्व महापौर जयसिंह ठाकुर, कांग्रेस प्रवक्ता सुधीर शर्मा, नेता प्रतिपक्ष विक्रम पटेल, अनिल गोस्वामी, शौकत हुसैन, जितेंद्रसिंह मोंटू, रोहित शर्मा, शबाना सुहैल आदि उपस्थित थे।
सवाल पूछने पर कहा भाजपा के भक्त हो

प्रेसवार्ता के दौरान जब सवाल किया कि कांग्रेस सालाना 72 हजार रुपए देगी कहां से और गरीबों की परिभाषा क्या। इस पर कहा कि बीपीएल सूची वाले गरीब माने जाएंगे, लेकिन रुपए कहां से आएंगे ये नहीं बता सके। इस मामले में शहर अध्यक्ष राजानी कहने लगे कि भाजपा के पार्षदों ने बीपीएल कार्ड बनवा रखे हैं। उनको कुछ नहीं मिलेगा। सीवरेज के मामले में सवाल पूछा कि आपने बड़ी-बड़ी बाते की थी अब सरकार कांग्रेस की है तो चुप क्यों हो गए। इस पर कहा कि सब जेल जाएंगे। काम चल रहा है। राजानी बात-बात में पूर्व सांसद ऊंटवाल को कोसते रहे। एक मीडियाकर्मी ने सवाल पूछे तो प्रवक्ता ने यहां तक कह दिया कि आप भाजपा के सवाल पूछ रहे हैं। दबीजुबान भाजपा का भक्त बताया, जिस पर कांग्रेस नेताओं की आलोचना भी हुई।
लोग नहीं, भाजपा वाले कर रहे विरोध

प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि भाजपा के नेता आरोप लगाते हैं कि कर्ज माफ नहीं हुआ। हमने पूरा डाटा भाजपा नेताओं को दिया है। मैसेज के माध्यम से किसानों को बताया है कि आचार संहिता के बाद आपका कर्ज भी माफ होगा। मोदी-शिवराज जैसा ठगा नहीं है। सवाल उठा कि टैक्सपेयर वर्ग विरोध कर रहा है कि लोगों को काम क्यों नहीं दे रहे। घर बैठे पैसे क्यों दे रहे हो। इस पर राजानी बोले कि सबसे बड़ा टैक्सपेयर मैं हूं। मैं विरोध नहीं कर रहा। कौन कर रहा है नाम बताओ। सिर्फ भाजपा विरोध कर रही है। कांग्रेस ने इन्वेस्टर्स समिट पर भी सवाल उठाए। मीडियाकॢमयों के सवाल पूछने पर कहने लगे कि भाजपा वाले सवाल पूछ रहे हो। अंधभक्त तक कहा।
भाजपा के थे अधिकारी इसलिए बदल रहे

प्रवक्ता शर्मा से पूछा गया कि कांग्रेस सरकार ने तबादलों के सिवाय क्या किया तो कहने लगी कि तबादले किए हैं और करेंगे। आगे भी होंगे। सभी अधिकारी भाजपा के थे। शिवराज सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों को बैठाया था। जब कहा कि अब क्या कांग्रेस के अफसर आएंगे तो चुप हो गए। यह कहा कि कांग्रेस नेता जिले में अधिकारियों का तबादला करवा रहे हैं। प्रभारी मंत्री और कांग्रेस के विधायक तक कार्यक्रम में नहीं आ रहे। थाना प्रभारियों की पोस्टिंग को लेकर विवाद हो रहा तो राजानी कहने लगे कि ये सब मनगढ़ंत बाते हैं।

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