60 लाख के काम मंजूर, हुए सिर्फ 4 लाख के
वार्ड क्रमांक 34 से भाजपा पार्षद राजेश यादव के वार्ड के लिए मात्र 60 लाख रुपए के काम मंजूर किए थे, जिसमें से मात्र 4 लाख रुपए के काम हो पाए हैं। इसके अलावा निगम ने निर्दलीय पार्षदों से भी जमकर भेदभाव किया है। वार्ड 36 के निर्दलीय अकील हुसैन के कामों के लिए 14 लाख 3 हजार स्वीकृत किए थे, लेकिन कार्य मात्र 3 लाख 99 हजार रुपए का हुआ है। वार्ड 38 की निर्दलीय वंदना चौरासिया के वार्ड के लिए जारी तो 73 लाख 67 हजार रुपए किए, लेकिन काम मात्र 3 लाख 30 हजार का ही हो पाया। सबसे बुरी स्थिति तो कांग्रेस पार्षद सरजू बाई के वार्ड क्रमांक 45 की है, जिनके वार्ड में 45 लाख 2 हजार रुपए स्वीकृत हुए, लेकिन 1 लाख 41 हजार का ही काम हो पाया है। हालांकि पार्षद विनय सांगते के वार्ड का हिस्सा प्राधिकरण में आता है, जिसके चलते विकास के लिए फंड प्राधिकरण से मिल गया है। अगर प्राधिकरण से फंड नहीं मिलता तो यहां भी विकास संभव नहीं हो पाता। इनके वार्ड के भी नए काम के कई टेंडर निरस्त किए गए हैं।
किस वार्ड में कितने किए खर्च
राजेश यादव के वार्ड में 60 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। 40 लाख रुपए का तो सामुदायिक भवन बन रहा है। यादव के वार्ड में काम बचा ही नहीं है। कांग्रेस का काम ही सिर्फ आरोप लगाना है। हमने बिना भेदभाव के काम किए हैं।
सुभाष शर्मा, महापौर
मेरे वार्ड में काम स्वीकृत थे, सीवरेज योजना का बहाना लेकर काम शुरू नहीं हुआ है। जिसके चलते हम टैंडर निरस्ती का विरोध कर रहे थे। अब नया बहाना बजट का ले रहे है। एक साल पहले नाले का काम हुआ है, लेकिन उसका बिल आज तक नहीं पास हुआ है। विनय सांगते के वार्ड में विकास के लिए राशि प्राधिकरण ने जारी की है। ये पांच करोड़ का बजट प्राधिकरण का है।
राजेश यादव, पार्षद
कई काम अधूरे पड़े है। वार्ड में गार्डन,रोड, नाली निर्माण नहीं हो पा रहे है। जिन वार्डों में काम नहीं हुआ है वहां की बात कर रहे थे। हम तो पूरे शहर का विकास चाह रहे है। कई वार्ड में एक रुपए का काम तक नहीं हो पाया है।
विक्रम पटेल, कांग्रेसी पार्षद नेता प्रतिपक्ष