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देवास: आरोप लगाने वाले कांग्रेस पार्षदों की सच्चाई आई सामने

locationदेवासPublished: Jan 13, 2018 05:22:11 pm

करोड़ों रुपये स्वीकृत हुए, लेकिन वार्ड में जाते-जाते लाखों में बदल गए

nagar nigam dewas

देवास. नगर निगम ने नगर के 45 वार्डों में करोड़ों रुपए की राशि जारी की है। इसमें सबसे ज्यादा काम भाजपा के विनय सांगते और अपने वार्ड में विकास न होने की पुकार लगाने वाली कांग्रेस पार्षद वंदना पांडे ने कराया है। वहीं कई भाजपा-निर्दलीय प्रत्याशियोंं के वार्डों से भेदभाव किया गया है। जहां राशि करोड़ों जारी हुई और काम लाखों में ही सिमट कर रह गया।निगम अफसरों पर आरोप लगाए जा रहे थे कि वार्डों में काम नहीं हो रहे है, लेकिन जब सूचना के अधिकार में जानकारी निकाली गई तो पता चला कि काम तो करोड़ों के स्वीकृत हुए थे, लेकिन वार्ड में जाते-जाते लाखों में बदल गए। वार्ड में करोड़ों रुपए के काम कराने में भाजपा के विनय सांगते और कांग्रेस की वंदना पांडे का नाम सबसे ऊपर है।नगर निगम से आरटीआई में ये जानकारी मांगी थी कि वर्ष 2015 से लेकर 2017 तक 45 वार्डों में कितना कार्य हुआ है, कितनी राशि जारी की गई और कितना भुगतान कर दिया गया है।
आए दिन नगर निगम में पहुंच कर वार्डों में विकास नहीं कराने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस की पार्षद वंदना पांडे के वार्ड में सबसे ज्यादा काम हुए हैं। वर्ष 2015 से लेकर 2016 तक विभिन्न कामों के लिए 2.34 करोड़ जारी किए थे, जिसमें से 1.28 करोड़ का काम पूरा होने पर भुगतान भी हो गया है। पांडे के वार्ड में इस दौरान 31 काम स्वीकृत किए हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा काम भाजपा के पार्षद विनय सांगते के वार्ड में हुआ है। सांगते के वार्ड क्रमांक 2 में सबसे ज्यादा 50 कार्य के लिए 5.78 करोड़ जारी हुए थे, जिसमें से 3.85 करोड़ के काम हो चुके है । वहीं पार्षद दिलीप बांगर के वार्ड में 1.61 करोड़ स्वीकृत हुए थे।

60 लाख के काम मंजूर, हुए सिर्फ 4 लाख के
वार्ड क्रमांक 34 से भाजपा पार्षद राजेश यादव के वार्ड के लिए मात्र 60 लाख रुपए के काम मंजूर किए थे, जिसमें से मात्र 4 लाख रुपए के काम हो पाए हैं। इसके अलावा निगम ने निर्दलीय पार्षदों से भी जमकर भेदभाव किया है। वार्ड 36 के निर्दलीय अकील हुसैन के कामों के लिए 14 लाख 3 हजार स्वीकृत किए थे, लेकिन कार्य मात्र 3 लाख 99 हजार रुपए का हुआ है। वार्ड 38 की निर्दलीय वंदना चौरासिया के वार्ड के लिए जारी तो 73 लाख 67 हजार रुपए किए, लेकिन काम मात्र 3 लाख 30 हजार का ही हो पाया। सबसे बुरी स्थिति तो कांग्रेस पार्षद सरजू बाई के वार्ड क्रमांक 45 की है, जिनके वार्ड में 45 लाख 2 हजार रुपए स्वीकृत हुए, लेकिन 1 लाख 41 हजार का ही काम हो पाया है। हालांकि पार्षद विनय सांगते के वार्ड का हिस्सा प्राधिकरण में आता है, जिसके चलते विकास के लिए फंड प्राधिकरण से मिल गया है। अगर प्राधिकरण से फंड नहीं मिलता तो यहां भी विकास संभव नहीं हो पाता। इनके वार्ड के भी नए काम के कई टेंडर निरस्त किए गए हैं।

किस वार्ड में कितने किए खर्च

वार्ड पार्षद पार्टी जारी राशि अभी तक खर्च

राजेश यादव के वार्ड में 60 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। 40 लाख रुपए का तो सामुदायिक भवन बन रहा है। यादव के वार्ड में काम बचा ही नहीं है। कांग्रेस का काम ही सिर्फ आरोप लगाना है। हमने बिना भेदभाव के काम किए हैं।
सुभाष शर्मा, महापौर

मेरे वार्ड में काम स्वीकृत थे, सीवरेज योजना का बहाना लेकर काम शुरू नहीं हुआ है। जिसके चलते हम टैंडर निरस्ती का विरोध कर रहे थे। अब नया बहाना बजट का ले रहे है। एक साल पहले नाले का काम हुआ है, लेकिन उसका बिल आज तक नहीं पास हुआ है। विनय सांगते के वार्ड में विकास के लिए राशि प्राधिकरण ने जारी की है। ये पांच करोड़ का बजट प्राधिकरण का है।
राजेश यादव, पार्षद 

कई काम अधूरे पड़े है। वार्ड में गार्डन,रोड, नाली निर्माण नहीं हो पा रहे है। जिन वार्डों में काम नहीं हुआ है वहां की बात कर रहे थे। हम तो पूरे शहर का विकास चाह रहे है। कई वार्ड में एक रुपए का काम तक नहीं हो पाया है।
विक्रम पटेल, कांग्रेसी पार्षद नेता प्रतिपक्ष

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