देवी अहिल्या एयरपोर्ट पर विदेश यात्रा कर आ रहे सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी बीच गुरुवार को स्क्रीनिंग के दौरान एक 23 वर्षीय युवती सामने आई जो इटली से यात्रा कर लौट रहा थी। उक्त युवती को सावधानी के तौर पर एमवायएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया गया है। इसके साथ ही युवती का सेंपल जांच के लिए पुणे लैब भेज दिया गया है। वहीं एक अन्य 23 वर्षीय युवक कोरोना की जांच को लेकर बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है।
यह युवक पिछले माह 20 फरवरी को ही दुबई से लौटा है। पहले दुबई से आने वाले यात्रियों को स्क्रीनिंग से बाहर रखा गया था, लेकिन हाल ही में वहां भी मरीज सामने आने के बाद वहां से आने वालों को जांच में लिया जा रहा है। इस युवक को सर्दी-खांसी की शिकायत थी। उसका सेंपल जांच के लिए भेजा जा चुका है। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिय़ा ने बताया, इंदौर से अब तक 10 सेंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें पिछले दिनों इटली से आई एक युवती फिलहाल एमवायएच अस्पताल में भर्ती है जिसका सेंपल निगेटिव है।
एमआरटीबी चेस्ट सेंटर पहुंचे कलेक्टर:
नोबल कोरोना वायरस (कोविड-19) के सर्विलेंस, संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग और जागरूकता को लेकर कलेक्टर ने शासकीय एमआरटीबी इंदौर चेस्ट सेंटर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यहां आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है। कलेक्टर ने बताया, इंदौर में 18 निजी अस्पतालों में भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए चिकित्सा व्यवस्था के पूरे इंतजाम किए जा चुके हैं। चेस्ट सेंटर में 24 घंटे हेल्पडेस्क और डॉक्टर, नर्स, वार्डबॉय व दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
वॉट्सऐप मैसेज पर न दें ध्यान
कलेक्टर ने बताया, इस संबंध में भारत सरकार व मप्र शासन द्वारा विस्तृत एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि कोरोना वायरस के संबंध में केवल स्वास्थ्य विभाग, आयुष विभाग, वल्र्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) से संबंधित दिशा-निर्देशों का ही पालन करें। वॉट्सऐप, सोशल मीडिया सहित अन्य अनधिकृत माध्यमों से भ्रमित न हों। किसी भी जानकारी के लिए कंट्रोल रूम नंबर 0731-2537253 और टोल फ्री नंबर-104 पर कॉल कर जानकारी प्राप्त करें।
एआइओसीडी ने लिखा सभी निर्माताओं और डीलरों को पत्र
बाजार में मास्क की किल्लत, कोरोना की आड़ में कालाबाजारी के खिलाफ दवा विक्रेताओं ने की अपील
ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट (एआइओसीडी) द्वारा एन-95 मास्क के सभी मैन्यूफैक्चर्स, डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स को पत्र लिखकर कोरोना वायरस की आड़ में हो रही कालाबाजारी रोकने के लिए मदद की गुहार लगाई है। एआइओसीडी के जनरल सेक्रेटरी राजीव सिंघल ने बताया, कोरोना वायरस को लेकर फिलहाल पूरे विश्व में हल्ला मचा हुआ है। कुछ निर्माताओं और डीलरों ने मौके का फायदा उठाते हुए मास्क के दाम में बढ़ोतरी कर दी है। जानबूझकर मास्क की कमी को दिखाकर इनके मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं।
हमारी सभी मास्क निर्माताओं और विक्रेताओं से अपील है कि मास्क को उनके निश्चित लागत मूल्य पर ही बेचे जाए। साथ ही आम जनता सहित मरीजों को मास्क के नाम पर की जा रही कालाबाजारी को रोका जा सके। इस अंतरराष्ट्रीय आपदा के समय में हमें ‘देश सबसे पहलेÓ की सोच के साथ काम करना जरूरी है। इसके साथ ही एक पत्र सभी दवा एसोसिएशन के अध्यक्ष-सचिव व सदस्यों को भी लिखा है। इसमें सभी से मास्क, सेनेटाइजर सहित अन्य ऐसी उपचार साम्रगी गरीब व जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचाने की अपील की है, जिन्हें फिलहाल इसकी सख्त आवश्यकता है।
सर्दी-खांसी होने पर अलग से बैठाएं परीक्षार्थी को
इंदौर. कोरोना वायरस को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग ने भी सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है। फिलहाल स्कूलों में परीक्षाएं हो रही हैं। किसी छात्र को सर्दी-खांसी या बुखार होने पर उसे अलग से बैठाने की व्यवस्था की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र मकवानी ने बताया, सभी स्कूल प्राचार्य व संकुल प्रभारियों को लोक शिक्षण संचलनालय से आया पत्र भेजते हुए पूरी सतर्कता बरतने के साथ ही बच्चों में जागरूकता लाने के लिए निर्देशित किया है। अगर कोई छात्र बीमार है तो उसे अलग से बैठाने की व्यवस्था भी करने के निर्देश दिए हैं।
एमआरटीबी अस्पताल में बन रहे वार्ड
एमआरटीबी अस्पताल में कोरोना वायरस को लेकर दो वार्ड सहित एक आइसीयू बनाया जा रहा है। यहां 30 मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। इसमें एक वार्ड महिला व एक पुरुष वार्ड होगा। 8 डॉक्टर, नर्स 24 घंटे अस्पताल में मौजूद रहेंगे। इनमें 4 डॉक्टर एमजीएम मेडिकल कॉलेज के टीबी एंड चेस्ट रोग विभाग के और 4 डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग के रहेंगे। शुक्रवार से वार्ड शुरू करने को लेकर काम चालू हो जाएगा। इसके अलावा यहां एक 6 बिस्तर क्षमता वाला आइसीयू भी बनाया जा रहा है, जहां गंभीर रोगियों के इलाज के लिए वेंटिलेटर सहित अन्य उपकरण मौजूद रहेंगे। इसके अलावा अन्य मरीजों को संक्रमणमुक्त रखने के लिए एक कफ कॉर्नर भी बनाया गया है, जहां पर सभी मरीजों के साथ ही अस्पताल आए आम लोगों को भी मुंह पर लगाने के लिए मास्क मिल सकेगा।
महू : अलग वार्ड बनाया
महू आर्मी अस्पताल में अलग वार्ड बनाया है, जिसमें संदिग्धों को कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर रिपोर्ट आने तक अलग रखा जाएगा। रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर इलाज के लिए एमवायएच अस्पताल में भेजा जाएगा। ब्रिगेडियर डॉ. मेनन ने बताया, डॉ. रागिनी थापा इस वार्ड की प्रभारी होंगी।
एमवायएच: 26 मरीजों के लिए व्यवस्था
एमवायएच अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने बताया, यहां 26 मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है। यहां 12 बिस्तर क्षमता के महिला एवं पुरुष वार्ड अलग-अलग बनाए गए हैं। इसके अलावा 2 बिस्तरों पर गंभीर रोगियों के इलाज के लिए भी वेंटिलेटर आदि की व्यवस्था की गई है। एमवायएच के पीछे बने नए टीबी एंड चेस्ट विभाग में मौजूद इन वार्डों में स्टॉफ के अलावा अन्य किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
एमआरटीबी अस्पताल में बन रहे वार्ड
एमआरटीबी अस्पताल में कोरोना वायरस को लेकर दो वार्ड सहित एक आइसीयू बनाया जा रहा है। यहां 30 मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। इसमें एक वार्ड महिला व एक पुरुष वार्ड होगा। 8 डॉक्टर, नर्स 24 घंटे अस्पताल में मौजूद रहेंगे। इनमें 4 डॉक्टर एमजीएम मेडिकल कॉलेज के टीबी एंड चेस्ट रोग विभाग के और 4 डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग के रहेंगे। शुक्रवार से वार्ड शुरू करने को लेकर काम चालू हो जाएगा। इसके अलावा यहां एक 6 बिस्तर क्षमता वाला आइसीयू भी बनाया जा रहा है, जहां गंभीर रोगियों के इलाज के लिए वेंटिलेटर सहित अन्य उपकरण मौजूद रहेंगे। इसके अलावा अन्य मरीजों को संक्रमणमुक्त रखने के लिए एक कफ कॉर्नर भी बनाया गया है, जहां पर सभी मरीजों के साथ ही अस्पताल आए आम लोगों को भी मुंह पर लगाने के लिए मास्क मिल सकेगा।
रेलवे थाने के स्टॉफ को दिए मास्क
रेलवे थाने के स्टॉफ को गुरुवार को मास्क और सैनेटाइजर बांटे गए। टीआइ जीआरपी गायत्री सोनी ने बताया, कोराना वायरस से बचाव के लिए स्टॉफ को जागरूक किया जा रहा है। ट्रेन गार्ड और प्लेटफार्म पर ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को बताया कि वे मास्क पहनकर ही काम करें। साथ ही लोगों को भी समझाइश दें कि वे कोराना वायरस से बचने के लिए मास्क पहनकर यात्रा करें।
चीफ जस्टिस ऑफ मप्र को लिखा पत्र
कोरोना वायरस को लेकर कोर्ट में बरती जाए विशेष सतर्कता
चीन के कोरोना वायरस का असर अब देश के कुछ शहरों में देखा जा रहा है। कई स्थानों पर संदिग्ध भी मिले हैं। इस खतरनाक वायरस को लेकर प्रदेश के हाई कोर्ट और जिला कोर्ट में भी विशेष सतर्कता बरतने की मांग उठी है।
इंदौर के वकीलों ने चीफ जस्टिस ऑफ मप्र को एक पत्र लिखकर कोराना वायरस न फैले इसके लिए दिशा निर्देश देने की मांग की है। एडवोकेट हितेश शर्मा द्वारा पत्र में तेलंगाना हाई कोर्ट द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का उल्लेख किया है। इसके तहत वहां के वकीलों को कोर्ट ने कहा है कि जरूरी होने पर ही अपने पक्षकारों को कोर्ट आने को बोलें। अधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में ही कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। शर्मा ने मांग की है कि कोर्ट परिसर में आने वाले न्यायमूर्तिगण, वकीलों और पक्षकारों की सुरक्षा के लिए माकूल प्रबंधन किए जाना चाहिए।