शहीद की अपनी पत्नी से ये आखिरी बातचीत थी। उसके बाद शहीद संदीप यादव का शव तिरंगे में लिपटा हुआ पैतृक गांव पहुंचा। शहीद के शहादत की खबर सुनते ही कुलाला गांव के किसी भी घर में चूल्हा तक नहीं जला। शहीद को सलाम करने के लिए सांसद महेंद्र सोलंकी, प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी, मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, कलेक्टर, एसपी और सीआरपीएफ के आला अधिकारी पहुंचे।
गुरुवार को कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कुलाला गांव पहुंचे और संदीप यादव के शहीद होने की जानकारी पिता कांतिलाल को दी। जिसके बाद परिजन दूसरे मकान में शिफ्ट हो गए। संदीप यादव के परिवार में उनकी मां सुमन बाई, बड़ा भाई सुभाष है। संदीप की शादी 11 साल पहले ज्योति से हुए थी। संदीप का एक 11 वर्ष का बेटा भी है। संदीप के शहीद होने की जानकारी मिलते ही परिवार और इलाके में मातम पसर गया था।
निर्माणाधीन मकान के पास हुआ अंतिम संस्कार
शहीद संदीप यादव का उनके गांव कुलाला में नया मकान बन रहा था। उनका अंतिम संस्कार उनके मकान के पास ही किया गया। बता दें कि कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 5 जवान शहीद हो गए थे। आतंकियों ने यहां की एक भीड़भाड़ वाली सड़क पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) की एक गश्ती दल को निशाना बनाया था।