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देवास

घर में बेटा नहीं, बेटी ने सीखी बाइक और कर दिया ये कमाल…

घर में बेटा नहीं, बेटी ने सीखी बाइक और कर दिया ये कमाल…

देवासMar 30, 2019 / 04:29 pm

हुसैन अली

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घर में बेटा नहीं, बेटी ने सीखी बाइक और कर दिया ये कमाल…

संतोष वर्मा/अमित एस.मंडलोई @ बागली/देवास. बागली से पास लगा बेहरी गांव। एक परिवार में सिर्फ दो बेटियां है। बेहरी में जलसंकट गहराया तो लोग दो से तीन किमी दूर से पानी ला रहे थे। गांव के एक परिवार में दो बेटियां हैं, बेटा नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस पर एक बेटी ने ठाना कि वह भी किसी से कम नहीं, उसने मोटरसाइकिल चलाना सीखा। फिर मोटरसाइकिल के पीछे जुगाड़ की टंकी जोड़ी…और अब वो पढ़ाई के साथ-साथ दूर से पानी लाकर अपने घर में पेयजल की पूर्ति कर रही है।
बाइक पर लगा ली 1800 लीटर की टंकी

हीरालाल गोस्वामी के परिवार में दो बेटियां हैं, पहली नेहा और दूसरी चांदनी। नेहा स्नातकोत्त्तर उत्तीर्ण हो चुकी है। वह अब आगे की पढ़ाई करने के साथ कम्प्यूटर शिक्षा भी दे रही है। बेहरी में अचानक जलसंकट गहरा गया। घर में भाई नहीं होने पर नेहा ने घर के पेयजल संकट को दूर करने की ठानी। पानी दूर से लाना पड़ता था, इसलिए साइकिल काम नहीं कर पा रही थी। नेहा ने मोटरसाइकिल सीख ली। मोटरसाइकिल के पीछे एक 1800 लीटर की पानी की टंकी अटैच कर दी। अब वह रोज बेहरी से लगभग दो किमी दूर अपने खेत से रोज पानी लेकर आती है, जिससे उसके परिवार को परेशान नहीं होना पड़ रहा है। कई लड़कियां साइकिल से पानी की व्यवस्था जुटाती है।
गोस्वामी परिवार की नेहा गोस्वामी अपने घर के लिए पानी की व्यवस्था करने में लडक़ों से पीछे नहीं है । बेहरी की जनसंख्या लगभग ढाई हजार है, यहां गर्मी के पहले ही जलसंकट गहरा जाता है। नेहा अब दो बार पानी मोटरसाइकिल से भर रही है। माता संगीता गोस्वामी ने कहा कि उन्हें भी अपनी बेटी पर गर्व है।

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