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खटिया पर लादकर ले जाना पड़ता है इस गांव के मरीजों को, यहां नहीं आ सकते वाहन, जानें क्या है वजह

locationदेवासPublished: Jul 10, 2019 05:59:33 pm

पैदल चलाने वालों की भी हो रही आफत, प्रसूताओं को ले जाना पड़ता है खटिया पर

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खटिया पर लादकर ले जाना पड़ता है इस गांव के मरीजों को, यहां नहीं आ-जा सकते वाहन, जानें क्या है वजह

बागली. ग्राम अंबापानी से ग्राम झिरी तक 2 किलोमीटर सडक़ निर्माण की मांग को लेकर झिरी के रहवासियों ने बागली एसडीएम कार्यालय आकर एसडीएम अजित कुमार श्रीवास्तव को आवेदन दिया।

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ग्रामीणों ने दो किलोमीटर सडक़ निर्माण की मांग करते हुए बताया कि पिछले दो वर्ष से गांव वासियों द्वारा लगातार सडक़ निर्माण को लेकर अनुविभागीय अधिकारी व जनपद सीईओ के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों व विधायक को सडक़ निर्माण को लेकर अवगत कराया है व आवेदन भी दिए, किंतु आदिवासी ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण ग्राम वासियों को सडक़ सुविधा का लाभ नहीं दिया जा रहा है। ग्राम वासियों ने बताया कि झिरी से लेकर अंबापानी तक की सडक़ बहुत ही दुर्गम है, 2 किलोमीटर की सडक़ मार्ग में कीचड़ ही कीचड़ है, जिसके कारण ग्रामीणों को पैदल निकलना भी मुश्किल है। कई बार बारिश में ग्राम वासियों को बड़ी समस्या का सामना करना होता है।
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प्रसूताओं को खटिया पर या गंभीर मरीज को खटिया पर ले लाना होता है। गांव तक कोई वाहन जाने की सुविधा बारिश के समय नहीं होती है। जिसके कारण कई बार मरीज की जान पर नौबत आ जाती है। ग्रामवासी पर्वत देवड़ा, धन सिंह देवड़ा, दिनेश डोडुआ, सुरेश देवड़ा के नेतृत्व में करीब सैकड़ों महिला-पुरुषों ने बागली अनुविभागीय अधिकारी को कार्यालय में आकर सडक़ निर्माण करवाने को लेकर आवेदन दिया। साथ ही जनपद पंचायत सीईओ अमित व्यास को भी सडक़ निर्माण को लेकर आवेदन दिया और स्थानीय विधायक पहाड़ सिंह देवड़ा को भी सडक़ निर्माण के लिए आवेदन देकर उनसे शीघ्र ही सडक़ मार्ग निर्माण कराने की मांग की है।

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