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सरकारी अस्पताल के हाल : डिलीवरी के लिए मांगते हैं पैसे, घर से लाना पड़ रहे पंखे-कूलर

locationदेवासPublished: May 29, 2019 02:38:42 pm

जिला अस्पताल में प्रसूताओं से पैसे मांगने की शिकायतों पर भी अस्पताल प्रबंधन कार्रवाई नहीं करता है।

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सरकारी अस्पताल के हाल : डिलीवरी के लिए मांगते हैं पैसे, घर से लाना पड़ रहे पंखे-कूलर

देवास. जिला अस्पताल में प्रसूताओं से पैसे मांगने की शिकायतों पर भी अस्पताल प्रबंधन कार्रवाई नहीं करता है। हर बार टका सा जवाब देते हैं, कोई शिकायत करेगा तो पैसा मांगने वालों पर कार्रवाई करेंगे।
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स्वास्थ्य विभाग की राज्य स्तरीय टीम मंगलवार को जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड में पहुंची तो फिर वही खुलासा हुआ। टीम ने प्रसूताओं से पूछा कोई पैसे तो नहीं मांगता? महिलाओं और उनके परिजन ने खुलकर कहा- यहां पैसा न दो तो दूसरे अस्पताल में रैफर कर देते हैं। इलाज में ही मुश्किल आ जाती है साहब ! कई महिलाओं ने टीम को बताया कि उनसे पांच हजार रुपए तक डिलीवरी के लिए लिए गए हैं। महिलाओं ने टीम के सामने शिकायत की तो अस्पताल प्रबंधन बगले झांकने लगा। और फिर लीपापोती करने लगा। टीम शिकायत करने वाली महिलाओं के नाम नोट कर ले गई। वहीं जो टीम जिला अस्पताल पहुंची है, उसका दावा है कि वे जो कमियां है उन्हें दूर कर मरीजों के लिए बेहतर इलाज की सुविधाएं मुहैया कराएंगे, लेकिन प्रसूता वार्ड में ही मंगलवार को 42 डिग्री तापमान में बच्चे गर्मी से बिलख रहे थे, लेकिन कूलरों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई थी। कई पंखे भी खराब थे, इस कमी को टीम ने भी नजर अंदाज कर दिया।
बिना देखे इंदौर रैफर

प्रसूति वार्ड में भर्ती एक महिला ने शिकायत कर टीम को बताया कि मुझे डॉक्टर ने देखा भी नहीं और कहा कि इंदौर ले जाओ। टीम के जाने के बाद ‘पत्रिका’ ने प्रसूति वार्ड में भर्ती कई महिलाओं से चर्चा की तो उन्होंने टीम के सामने पैसा देने की बात कबूली, लेकिन वे यह नहीं बताया कि ये पैसा किसे दिया और आखिर कौन पैसे मांगता है। कई महिलाओं ने बताया कि टीम के जाने के बाद उन पर दबाव भी बनाया गया। ये दबाव महिलाओं में दिख भी रहा था वे खुलकर बात नहीं करना चाहती थी केवल इतना कह रही थी कि बिना परेशानी के प्रसूति हो जाए इसके लिए पांच हजार रुपए देना होता है। एक महिला ने बताया कि अगर हम पैसा नहीं दे तो फिर हमें यहां भर्ती नहीं करते हुए रैफर के लिए लिख दिया जाता है।
गर्मी से परेशान मरीज

प्रसूति वार्ड में भर्ती महिलाओं व नवजात को गर्मी से बचाने के लिए कई परिजन घर से पंखा व कूलर लेकर आए थे। यहां पर जो पंखे, कूलर लगे है वे पर्याप्त संख्या में नहीं है। कई गरीब परिवार की महिलाएं जो पंखे-कूलर की व्यवस्था अपने स्तर से नहीं कर सकती वेे इस भीषण गर्मी में परेशान नजर आई।
गोपनीय जांच जारी

प्रसूता वार्ड में भी जाकर चर्चा की थी। कोई सीधे शिकायत लेकर सामने नहीं आया। अभी गोपनीय जांच चल रही है, इसलिए सीधे कुछ नहीं बता सकते।
डॉ. संतोष शुक्ला, स्टेट मॉनिटरिंग रिव्यू टीम इंचार्ज
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