–नकद भुगतान की मांग के चलते दोनों मंडियों के बाहर किसानों ने किया चक्काजाम, नारेबाजी कर रुकवाया काम
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देवास. कृषि उपज मंडी की व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले पा रही है। जिला प्रशासन असहाय नजर आ रहा है और मंडी प्रशासन कुछ कर नहीं पा रहा। किसान परेशान हैं और डरे हुए हैं कि व्यापारी उनका पैसा लेकर न भाग जाएं। किसान नकद भुगतान की मांग रहे हैं और व्यापारी नकद भुगतान नहीं कर पा रहे। इसको लेकर सोमवार को भी बवाल हुआ और किसानों ने मंडी बंद कर चक्काजाम कर दिया। दोनों मंडियों के बाहर ट्रैक्टर खड़े कर जाम लगाया। नारेबाजी की।
दरअसल विद्या ट्रेडर्स के व्यापारी के भागने के बाद लगा था कि मंडी प्रशासन सख्त होगा और व्यवस्थाएं सुधरेंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सोमेश्वर ट्रेडर्स का व्यापारी किसानों की उपज खरीदकर भाग गए। मंडी प्रशासन आश्वासन देता रहा कि किसानों को पैसा मिलेगा लेकिन कब और कैसे मिलेगा यह कोई नहीं जानता। इस मामले ने तूल पकड़ा और मंडी के दो प्रांगण प्रभारी समेत तीन कर्मचारी निलंबित हुए। मंडी सचिव को नोटिस दिया गया लेकिन फिर भी कुछ नहीं हुआ। अब किसान डरे हुए हैं और चाहते हैं कि उनको उनकी उपज का नकद भुगतान किया जाए।
mayur vyas IMAGE CREDIT: mayur vyasहम किसके भरोसे उपज बेचें सोमवार सुबह मंडी शुरू होने वाली थी कि किसानों ने चक्काजाम कर दिया। किसान नकद भुगतान की मांग करने लगे। इधर व्यापारी भी बैठक कर रहे थे कि किस तरह किसानों को नकद भुगतान किया जाए क्योंकि इसमें कई तरह की अड़चने हैं। बैठक के बाद जब व्यापारी नीलामी के लिए पहुंचे तो किसानों ने नीलामी रूकवा दी। दोनों मंडियों में जाम लगा दिया। किसान कहने लगे कि हमें नकद भुगतान चाहिए। हम किस भरोसे पर उपज बेचें। व्यापारी माल खरीदने के बाद भाग गए तो कौन जवाबदार होगा। सूचना पर मंडी सचिव अश्विन सिन्हा पहुंचे तो किसानों ने उनको भी खरीखोटी सुनाई। किसान नारेबाजी करते रहे कि हमें नकद भुगतान चाहिए। करीब दो घंटे तक जाम लगा रहा। पुलिस बल पहुंचा। जाम खुलवाया। मंडी सचिव ने किसानों से कहा कि यदि सीएम हमको लिखकर दे दे कि नकद भुगतान करो तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। हम शासन के आदेश का पालन कर रहे हैं। किसानों को उनका पूरा पैसा मिलेगा। हालांकि बावजूद किसान नकद भुगतान पर अड़े रहे।
mayur vyas IMAGE CREDIT: mayur vyasशासन को भेज रहे हैं पत्र मंडी सचिव अश्विन सिन्हा ने बताया कि किसानों का कहना था कि उन्हें उपज का नकद भुगतान किया जाए। इस पर वे नाराज थे। बाद में एसडीएम आए थे। किसानों को समझाया कि नकद भुगतान का मामला हमारे अधिकार में नहीं है। हम प्रयास करेंगे कि आप सबकी मांग ऊपर पहुंचाएं। हम शासन को पत्र बनाकर भेज रहे हैं। दोपहर डेढ़ बजे मंडी में नीलामी शुरू हो गई थी। सोमेश्वर ट्रेडर्स के फरार व्यापारी की संपत्ति की जानकारी जुटा रहे हैं।