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पंजीयन केंद्रों की संख्या बढ़ाई फिरभी किसान हो रहे परेशान, 20 से 25 किमी की दूरी तय कर आना पड़ रहा देवास

locationदेवासPublished: Feb 14, 2020 05:29:50 pm

समर्थन मूल्य के पंजीयन में इंटरनेट की समस्या: मेंढकीचक में सुबह से दोपहर तक इंतजार करते रहे अन्नदाता

पंजीयन केंद्रों की संख्या बढ़ाई फिरभी किसान हो रहे परेशान, 20 से 25 किमी की दूरी तय कर आना पड़ रहा देवास

पंजीयन केंद्रों की संख्या बढ़ाई फिरभी किसान हो रहे परेशान, 20 से 25 किमी की दूरी तय कर आना पड़ रहा देवास

देवास। रबी सीजन की मुख्य फसल गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी करने के लिए किसानों के पंजीयन करने का काम चल रहा है। जिले में केंद्रों की संख्या 48 से बढ़ाकर 69 हो गई है। इससे अंचल के किसानों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है लेकिन कुछ केंद्रों पर इंटरनेट की समस्या के कारण किसानों को पंजीयन में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। गुरुवार को वृहत्ताकार प्राथमिक कृषि सहकारी साख संस्था मर्यादित देवास के ग्राम मेंढकीचक स्थित कार्यालय में इंटरनेट नहीं होने के कारण किसानों को इंतजार करना पड़ा। सुबह से दोपहर एक बजे तक यहां एक भी किसान का पंजीयन नहीं हो सका था।
मेंढकीचक स्थित कार्यालय में पंजीयन के लिए आसपास के दर्जनों गांव के किसान आ रहे हैं। वैसे तो स्वयं के मोबाइल, कियोस्क केंद्रों से भी पंजीयन हो रहे हैं लेकिन कई किसानों को मोबाइल से पंजीयन की प्रक्रिया की जानकारी नहीं है। वहीं कुछ के पंजीयन कियोस्क पर भी नहीं हो रहे हैं क्योंकि उनमें गिरदावरी रिपोर्ट दर्ज नहीं होने सहित कुछ अन्य तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में आगरोद, सिंदनी बिजेपुर, जलालखेड़ी सहित अन्य गांवों के किसान २० से २५ किमी दूर देवास आ रहे हैं ताकि यदि यहां पर कोईदिक्कत आए तो वो संबंधित पटवारी से भी मुलाकात कर सकते हैैं। गुरुवार दोपहर करीब पएक बजे तक मेंढकीचक में एक भी किसान का पंजीयन नहीं हो सका था। पंजीयन केंद्र में इंटरनेट की अलग से कोई व्यवस्था नहीं है, यहां के कर्मचारी अपने मोबाइल से हॉट स्पॉट चलाकर पंजीयन का काम कर रहे हैं। ऐसे में कई बार नेटवर्क नहीं मिलने से काम अटक जाता है। इस केंद्र में एक फरवरी से लेकर गुरुवार तक ४५० से अधिक पंजीयन किए जा चुके हैं। रोजाना औसतन 50 किसानों के पंजीयन हो रहे हंैं।
कियोस्क पर गिरदावरी चढ़ी नहीं, पटवारी से मिले तो चढ़ी दिखी
जलालखेड़ी गांव के किसान बलराम सिंह पंवार मेंढकीचक में पंजीयन करवाने आए थे। उन्होंने बताया गांव से चार-पांच किमी दूर आगरोद में कियोस्क पर पंजीयन करवाने गए थे तो बताया गया कि गिरदावरी नहीं चढ़ी है, इसके बाद देवास आए और संबंधित पटवारी से मुलाकात की, उन्होंने लैपटॉप पर दिखाकर बताया कि गिरदावरी चढ़ी हुई है। ऐसी ही दिक्कतें कियोस्क पर कई किसानों को आ रही हैं। ऐसे में करीब २५ किमी दूर देवास आए हैं। किसानों ने बताया बिजेपुर में जो सोसायटी है उसमें करीब १५ गांव के पांच हजार किसानों के खाद-बीज के खाते हैं। यदि वहां पर पंजीयन की व्यवस्था कर दी जाए तो क्षेत्र के किसानों को काफी सुविधा हो जाएगी।
सोसायटी में भी दूर से आ रहे किसान
शहर के पुराना मछली बाजार क्षेत्र स्थित अभयेश्वर मार्केटिंग संस्था में कईकिसानों को दूर से पंजीयन करवाने के लिए आना पड़ रहा है। यहां गुरुवार दोपहर करीब १२.३० बजे तक ५२० किसानों के पंजीयन हो चुके थे। रोजाना औसतन ६० किसान आ रहे हैं। राजोदा के किसान लाखन सिंह चौधरी, भानगढ़ के ओंकारलाल, बिलावली के दिलीप सिंह सहित करीब आधा दर्जन किसान पंजीयन करवाने के लिए बैठे थे। यहां व्यवस्थित पंजीयन हो रहे थे। किसानों ने बताया १६० रुपए प्रति क्विंटल गेहूं का बोनस व ५०० रुपए प्रति क्विंटल सोयाबीन का बोनस प्रदेश की पूर्व सरकार द्वारा देने की घोषणा की गई थी लेकिन नई सरकार आने के बाद इसका भुगतान अभी तक नहीं हो सका है।
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