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उपचार में लापरवाही के आरोप : परिजनों बोले दवा के हाईडोज से बालिका की मौत

locationदेवासPublished: Feb 22, 2020 05:20:11 pm

दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग, तीन डॉक्टरों की पैनल ने जिला अस्पताल में किया पीएम

उपचार में लापरवाही के आरोप : परिजनों बोले दवा के हाईडोज से बालिका की मौत

उपचार में लापरवाही के आरोप : परिजनों बोले दवा के हाईडोज से बालिका की मौत

देवास। शहर के बालगढ़ में रहने वाले एक परिवार के अधिकांश सदस्यों में कई पीढिय़ों से हाथ-पैर की अंगुलियां जुड़ी हुई थी। करीब एक साल पहले एक बेटी हुई तो उसकी भी अंगुलियां जुड़ी हुई थीं। ऑपरेशन के लिए बालिका को बांगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मामले की जांच और दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है। बालिका की मां का आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी रुपए जमा करवाए गए।
बालगढ़ में रहने वाली 14 माह की जैनब पिता अब्दुल शाह को तीन दिन पहले अमलतास अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके पैर की कुछ अंगुलियां जुड़ी हुई थी, हाथ में भी पांच के अलावा छठी अंगुली भी थी। गुरुवार सुबह उसका ऑपरेशन किया गया। इसके बाद से ही उसकी हालत बिगड़ गई और बाद में मौत हो गई। इसकी जानकारी परिजनों को शुक्रवार अल सुबह करीब 3.30 बजे दी गई। परिजनों के अनुसार ऑपरेशन से पहले 70 हजार रुपए जमा कराए गए लेकिन रसीद 10-12 हजार रुपए की ही दी गई। बालिका की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा दवा के ओवर डोज के कारण मौत हुई है। बालिका के दादा इलियास उर्फ अज्जू शाह ने मामले की जांच कर दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई करने, जमा करवाए गए रुपए वापस देने व आर्थिक सहायता की मांग की। दोपहर में जिला अस्पताल में बालिका का पीएम तीन डॉक्टरों की पैनल से कराया गया। डॉक्टरों ने बिसरा भी प्रिजर्व किया है जिसे जांच के लिए भेजा जाएगा। मामले में बीएनपी पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।
उपचार में लापरवाही के आरोप : परिजनों बोले दवा के हाईडोज से बालिका की मौत
शव वापस लेकर पहुंचे अस्पताल
बालिका की मौत की जानकारी मिलने पर बालगढ़ के क्षेत्रीय पूर्व पार्षद अर्जुन चौधरी जिला अस्पताल पहुंचे। बालिका के परिजनों से मोबाइल पर बात की तो पता चला कि वेे शव लेकर देवास पहुंच रहे हैं। इसके बाद शव को फिर से अमलतास अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया। भीड़ लगने की सूचना मिलने पर बीएनपी पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई। अस्पताल प्रबंधन से बात करके दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई करने व रुपए लौटाने की बात रखी गई।
शव लेकर नहीं आने दे रहे थे
दोपहर करीब 12.20 बजे जब परिजन बालिका का शव लेकर देवास से अस्पताल पहुंचे तो मुख्य प्रवेश द्वार से उनको अंदर नहीं दिया जा रहा था। इसके बाद पूर्व पार्षद चौधरी गेट पर पहुंचे और रोकने वालों को हटाया। इसी दौरान कुछ लोगों ने विवाद भी किया। बालिका के परिजनों ने बताया ऑपरेशन के बाद उनको बालिका से मिलने ही नहीं दिया गया। बोले 24 घंटे के बाद मिलना, उसकी स्थिति बिगड़ती चली गई लेकिन हमें अगले दिन सीधे मौत के बारे में बताया गया।
प्रबंधन की कोई लापरवाही नहीं
बच्ची की मौत का हमें भी दुख है। ऑपरेशन या उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही अस्पताल प्रबंधन द्वारा नहीं की गई है। मामले में पुलिस जांच कर रही है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
-जगत बी. रावत, सीओ अमलतास अस्पताल बांगर
पीएम रिपोर्ट से पता चलेगा कारण
मामले में मर्ग कायम कर जंाच की जा रही है। पीएम के दौरान प्रिजर्व किए गए बिसरा को जांच के लिए भेजा जाएगा। मौत के कारण का पता पीएम रिपोर्ट आने के बाद चलेगा। उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-तारेशकुमार सोनी, टीआई बीएनपी थाना।
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