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वन विभाग की कस्टडी से भागे तीन आरोपी, अधिकारी दे रहे हैं अलग-अलग बयान

locationदेवासPublished: Mar 04, 2020 05:29:57 pm

वन विभाग की कस्टडी से भागे तीन आरोपी, अधिकारी दे रहे हैं अलग-अलग बयान

दिल्ली: AIIMS की छत से कूदकर शख्स ने दी जान

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देवास/चापड़ा। सोमवार 2 मार्च को जिनवाणी रेंज की सब रेंजर कमलापुर के रेंजर अधिकारियों द्वारा बागली न्यायालय से तीन आरोपियों को दो दिन के पीआर पर लिया था। लेकिन जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कस्टडी में होने के बावजूद तीन आरोपी फरार हो गए। हालांकि आरोपियों के परिजन से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों के साथ वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा मारपीट की गई थी, जिसके चलते कहीं न कहीं जानबूझकर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरती गई है।
यह था मामला: 5 फरवरी शाम को सब रेंजर कमलापुर के डिप्टी रेंजर साधु सिंह चौहान टीम के साथ समीप के ग्राम भीलआमला में अतिक्रमण हटाने गए थे उस दौरान वन विभाग की टीम पर कब्जा धारियों द्वारा पत्थरबाजी की गई थी जिसके बाद वन विभाग की ओर से पत्थरबाजों के खिलाफ कार्यवाही की गई थी, उसी की के चलते पुलिस दरा आरोपी प्रेमसिंग, राजाबाबू, विजेश एवं एक महिला निवासी भिल आमला को गिरफ्तार किया गया था। उक्त कार्यवाही में पूछताछ के लिए वन विभाग ने सोमवार 2 मार्च को न्यायालय से आरोपियों को दो दिन के लिए पीआर पर लिया गया था। डिप्टी रेंजर साधु सिंह चौहान व वन कर्मचारियों के साथ तीनों आरोपियों को पूछताछ के लिए बागली से पुंजापुरा, बधावा होते हुए कमलापुर ला रहे थे। उसी दौरान आरोपियों के साथ मारपीट होने की बात भी सामने आ रही है। उसी दौरान सोमवार मंगलवार रात दरमियानी तीनों आरोपी लघुशंका के बहाने फरार हो गए हैं। जबकि बागली से सीधे चापडा होते हुए कमलापुर भी पहुंच सकते थे।
वन विभाग के अधिकारी लगे मामले को दबाने में
पूरे घटनाक्रम में वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के अलग-अलग स्टेटमेंट सामने आए हैं जो कि पूरे घटनाक्रम को अलग ही बता रहे हैं। एक अधिकारी आरोपियों के फरार होने की पुष्टि कर रहा है तो दूसरा अधिकारी इस प्रकार की घटना को ही नकार रहे हैं। सबरेंज कमलापुर की रेंजर सीमा सिंह से बात की गई तो उनका कहना है कि इस प्रकार की कोई घटना घटित नहीं हुई है। कस्टडी से आरोपियों के फरार होने की अफवाह है तो वही सब रेंजर कमलापुर के डिप्टी रेंजर साधू सिंह चौहान स्वयं बोल रहे हैं कि उनकी कस्टडी से सोमवार-मंगलवार रात्रि दरमियान आरोपियों को बाथरूम करने के लिए गाड़ी से उतरे थे उसी दौरान एक कर्मचारी को धक्का देकर भाग गए।
एक ही रस्सी से बंधे थे तीनों, फिर भी भाग गए
यह आश्चर्य की बात यह हैं की डिप्टी रेंजर साधु सिंह का कहना है कि रात्रि में जब वह पूछताछ कर आरोपियों को कमलापुर ला रहे थे उसी दौरान आरोपियों को शौच के लिए गाड़ी में से उतारा गया था। शौच कराने के लिए एक कर्मचारी ले गया था, उस दौरान तीनों आरोपी एक ही रस्सी से बंधे हुए थे और कर्मचारी को धक्का देकर भाग गए। जानकारी के अनुसार यदि एक रस्सी से तीन व्यक्ति के हाथ बंधे होते हैं तो वह किसी भी स्थिति में भाग नहीं पाते हैं यह एक बड़ा प्रश्न है। फरार आरोपी को वन विभाग के अधिकारी नही ढूंड पाए हैं।
इनका कहना
वन विभाग द्वारा 2 दिन के पीआर पर आरोपियों को लिया गया था। जो वन विभाग की कस्टडी से फरार होने पर मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी अभी गिरफ्तार नहीं हो पाए।
– दिनेश चौहान, थाना प्रभारी बागली
वन विभाग द्वारा न्यायालय से आरोपियों को 2 दिन के पीआर पर लिया गया था। मेरे द्वारा आरोपियों की जमानत नहीं ली गई है न ही मुझे जानकारी है।
– महेंद्र पाटीदार, वकील आरोपी की ओर से
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