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संकट के इस दौर में मानवता का संदेश लेकर आए शहरवासी

locationदेवासPublished: Apr 06, 2020 05:34:03 pm

सामाजिक संस्थाओं के साथ ही राजनीतिक और गैर राजनीतिक लोग जुटे मदद मेंशहर कांग्रेस अध्यक्ष साइकिल से घूमकर पहुंचा रहे दवाएं तो युवा संभाल रहे खाद्य सामग्री का जिम्मा

संकट के इस दौर में मानवता का संदेश लेकर आए शहरवासी

जरूरतमंद परिवार को दूध व अन्य सामग्री देते हुए।

देवास । कोरोना महामारी के संकट के बीच शहरवासियों का एक अलग रूप सामने आया है। संकट की इस घड़ी में शहर के कई लोग, कई संस्थाएं संकटमोचक की भूमिका में सामने आए हैं। इनमें राजनीति से जुड़े लोगों के साथ ही गैर राजनीतिक लोग भी शामिल हैं जो जरुरतमंदों तक भोजन सामग्री उपलब्ध करवा रहे हैं। सोशल मीडिया का भी सशक्त उपयोग हो रहा है तथा इसके माध्यम से कई लोगों को लाभ मिल रहा है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी साइकिल से घूम रहे हैं। राजानी ने दवा का जिम्मा उठाया है। जैसे ही किसी व्यक्ति का उनके पास मैसेज आता है तो वे संबंधित डॉक्टर का पर्चा मंगवाते हैं और उसके बाद मेडिकल स्टोर्स जाकर दवा खरीदते हैं और संबंधित व्यक्ति तक पहुंचाते हैं। सुबह से वे घर से निकलते हैं और शाम तक दवा पहुंचाते हैं। इसका खर्च भी स्वयं वहन कर रहे हैं। शहर से ज्यादा दूर होने पर वे कार से रवाना होते हैं। राजानी के साथ ही उनकी युवा टीम भी इस काम में जुटी है और जरुरुतमंदों तक आवश्यक सामग्री पहुंचा रही है।
पुलिस की भूमिका की हो रही प्रशंसा
इस दौर में सबसे अधिक जिस समूह की प्रशंसा हो रही है वह है पुलिस। कुछेक बातों को छोड़कर पुलिस का मानवताभरा चेहरा शहर के सामने है। सुबह से रात तक ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी सिर्फ लोगों को घरों में रहने की सलाह दे रहे हैं बल्कि उन लोगों के लिए मसीहा भी बने हुए हैं जिनके पास खाने-पीने तक का सामान नहीं है। इनमें यातायात पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ ही पुलिस थानों के पुलिसकर्मी शामिल हंै जो लोगों तक मदद पहुंचा रहे हैं।
संकट के इस दौर में मानवता का संदेश लेकर आए शहरवासी
अपनी गुल्लक लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे भाई-बहन
कोरोना महामारी से लडऩे के लिए जहां पूरा देश जुटा हुआ है वहीं छोटे बच्चे भी छोटी सी मदद के साथबड़ी भावना लेकर आगे आ रहे हैं।अपनी गुल्लक में जुटाए गए पैसे प्रशासन के माध्यम से सरकार तक पहुंचा रहे हैं। शनिवार को सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी के सात वर्षीय पुत्र जयादित्य ने अपनी गुल्लक कलेक्टर को दी थी।इसके बाद रविवार को कुछ और बच्चे आगे आए।भवानी सागर के भाई बहन वंशिका व वंश कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होनें कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडेय को अपनी-अपनी गुल्लक दी। कक्षा 7 वीं में पढऩेे वाली बालिका वंशिका ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस के कारण आ रही परेशानी में अगर हम भी देश के लिए कुछ मदद कर सकें तो इससे अच्छा संदेशजाएगा। इसलिए हमने हमारी गुल्लक कलेक्टर सर को दी है। इसी तरह आईटीआई में काम करने वाले आशीष उपाध्याय निवासी बजरंग नगर ने 1 हजार रूपए की आर्थिक मदद की है।
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