देवास के सबसे पुराने सरकारी स्कूलों में शुमार, करीब 7 दशक पुराने महारानी चिमनाबाई हायर सेकंडरी स्कूल को सौगात मिलने जा रही है। इस स्कूल का चयन राज्य ओपन बोर्ड भोपाल की ओर से एजुकेशन फॉर ऑल (इफा) योजना के तहत किया गया है। इसके तहत कक्षा पहली से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के अध्यापन, कंप्यूटर शिक्षण के साथ ही उनको मीडिया सेंटर के माध्यम से रेडियो जॉकी, कार्यक्रमों का संचालन करने जैसी दक्षता के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके साथ ही कंप्यूटर लैब का उपयोग प्रशिक्षण के अलावा ऑनलाइन परीक्षा, ऑनलाइन उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन आदि में किया जा सकेगा।
राज्य ओपन बोर्ड द्वारा पूरे प्रदेश के हर जिले में एक-एक पुराने स्कूल को इफा योजना में शामिल किया गया है। इसके लिए सुविधाओं के मिलने की शुरुआत हो चुकी है। कुछ माह पहले 40 कंप्यूटर व फर्नीचर मिल चुके हैं। इनका उपयोग विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने, शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी सीखने व स्कूल संबंधी काम करने के साथ ही भविष्य में ऑनलाइन परीक्षाओं, मूल्यांकन आदि में भी किया जाएगा। इफा योजना के तहत ही करीब दो करोड़ रुपए की लागत से 18 कमरों का नया भवन (जी प्लस 2) बनाया जाएगा। इसके लिए वर्तमान भवन के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में जगह का सर्वे भी किया जा चुका है। जगह की उपलब्धता के हिसाब से एल शेप में नए भवन के बनाने की तैयारी है। आगामी दिनों में भवन निर्माण का काम शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। देवास जिले को प्राथमिकता में लिया गया है लेकिन कोरोना काल के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
ऑनलाइन मंगवाई छात्राओं की स्टोरी टेलिंग की रिकॉर्डिंग
भवन बनने व स्कूल का संचालन पूरी तरह से होने में अभी समय लगना है, इससे पहले ऑनलाइन गतिविधियों की शुरुआत विद्यार्थियों के लिए की जा चुकी है। चिमनाबाई हासे प्राचार्य दिव्या निगम ने बताया स्टोरी टेलिंग व अन्य ऐसी गतिविधियों में रुचि रखने वाली छात्राओं की रिकॉर्डिंग शिक्षिकाओं के माध्यम से भोपाल मंगवाई गई है। इसके आधार पर प्रशिक्षण के लिए चयन किया जाएगा।
वर्जन
राज्य ओपन बोर्ड के माध्यम से जिले को सर्वसुविधायुक्त स्कूल उपलब्ध करवाने के लिए प्रक्रिया चल रही है। इसमें अध्यापन के साथ ही अन्य गतिविधियां भी विद्यार्थियों के लिए चलेंगी। कंप्यूटर लैब में और संसाधन बढऩे पर ऑनलाइन परीक्षाएं, मूल्यांकन की सुविधा भी हो जाएगी।
-एचएल खुशाल, डीईओ देवास।
राज्य ओपन बोर्ड द्वारा पूरे प्रदेश के हर जिले में एक-एक पुराने स्कूल को इफा योजना में शामिल किया गया है। इसके लिए सुविधाओं के मिलने की शुरुआत हो चुकी है। कुछ माह पहले 40 कंप्यूटर व फर्नीचर मिल चुके हैं। इनका उपयोग विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने, शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी सीखने व स्कूल संबंधी काम करने के साथ ही भविष्य में ऑनलाइन परीक्षाओं, मूल्यांकन आदि में भी किया जाएगा। इफा योजना के तहत ही करीब दो करोड़ रुपए की लागत से 18 कमरों का नया भवन (जी प्लस 2) बनाया जाएगा। इसके लिए वर्तमान भवन के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में जगह का सर्वे भी किया जा चुका है। जगह की उपलब्धता के हिसाब से एल शेप में नए भवन के बनाने की तैयारी है। आगामी दिनों में भवन निर्माण का काम शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। देवास जिले को प्राथमिकता में लिया गया है लेकिन कोरोना काल के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
ऑनलाइन मंगवाई छात्राओं की स्टोरी टेलिंग की रिकॉर्डिंग
भवन बनने व स्कूल का संचालन पूरी तरह से होने में अभी समय लगना है, इससे पहले ऑनलाइन गतिविधियों की शुरुआत विद्यार्थियों के लिए की जा चुकी है। चिमनाबाई हासे प्राचार्य दिव्या निगम ने बताया स्टोरी टेलिंग व अन्य ऐसी गतिविधियों में रुचि रखने वाली छात्राओं की रिकॉर्डिंग शिक्षिकाओं के माध्यम से भोपाल मंगवाई गई है। इसके आधार पर प्रशिक्षण के लिए चयन किया जाएगा।
वर्जन
राज्य ओपन बोर्ड के माध्यम से जिले को सर्वसुविधायुक्त स्कूल उपलब्ध करवाने के लिए प्रक्रिया चल रही है। इसमें अध्यापन के साथ ही अन्य गतिविधियां भी विद्यार्थियों के लिए चलेंगी। कंप्यूटर लैब में और संसाधन बढऩे पर ऑनलाइन परीक्षाएं, मूल्यांकन की सुविधा भी हो जाएगी।
-एचएल खुशाल, डीईओ देवास।
प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाओं से लेकर भृत्य तक को प्रशिक्षण
इफा योजना के तहत स्कूल संचालन को लेकर प्राचार्य से लेकर शिक्षक-शिक्षिकाओं व भृत्यों को भी प्रशिक्षण दिया गया। अलग-अलग भृत्यों को प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, उपकरणों की साफ-सफाई सहित अन्य प्रशिक्षण दिए गए हैं ताकि आवश्यकता पडऩे पर इनसे काम करवाया जा सके।
इफा योजना के तहत स्कूल संचालन को लेकर प्राचार्य से लेकर शिक्षक-शिक्षिकाओं व भृत्यों को भी प्रशिक्षण दिया गया। अलग-अलग भृत्यों को प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, उपकरणों की साफ-सफाई सहित अन्य प्रशिक्षण दिए गए हैं ताकि आवश्यकता पडऩे पर इनसे काम करवाया जा सके।