यदि विद्यार्थी ने पंजीयन के बाद सारी जानकारी दर्ज कर दस्तावेज अपलोड किए और लॉक कर दिया लेकिन फिर भी सत्यापन नहीं हुआ तो चिंता की कोई बात नहीं है। अपलोड दस्तावेज गलत होने, भिन्नता होने, स्पष्ट नजर नहीं आने या अन्य कारणों से कई बार सत्यापन नहीं होता है। इस संबंध में विद्यार्थी के पास मैसेज आ जाएगा, उसमें कारण का भी उल्लेख रहेगा। इसके बाद हेल्प सेंटर शासकीय कॉलेज में जाकर सत्यापन करवाना होगा।
आवंटन सूची में नाम के बाद भी प्रवेश नहीं तो च्वॉइस अपग्रेड करें
यदि किसी विद्यार्थी का नाम सीट आवंटन सूची में आ गया है और वो प्रवेश नहीं लेना चाहता तो च्वॉइस अपग्रेड कर सकता है। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो इस बार यह बदलाव भी हुआ है कि उसकी पूर्व की च्वॉइस अपने आप अगले चरण में पहुंच जाएगी। प्रथम चरण में छात्रों के लिए शुल्क १०० रुपए है, छात्राओं के लिए नि:शुल्क रहेगा। वहीं सीएलसी चरण में शुल्क ५०० रुपए निर्धारित किया गया है।
बीएड, एमएड वालों को भौतिक सत्यापन की जरूरत नहीं
बीएड, एमएड, बीपीएड, एमपीएड वालों को इस बार दस्तावेजों के भौतिक सत्यापन की आवश्यकता नहीं रहेगी। विद्यार्थी दस्तावेज अपलोड करेंगे, किसी भी हेल्प सेंटर में ऑनलाइन सत्यापित होंगे। पहले ऑनलाइन अप्लाय करने के बाद हेल्प सेंटर में दस्तावेज भौतिक रूप से सत्यापित करवाना पड़ते थे।