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200 एकड़ से अधिक में खरीफ फसलें आई बहाव की चपेट में, कुछ किसानों की फसल बही तो कुछ की पानी में डूबी

locationदेवासPublished: Aug 11, 2022 10:03:06 pm

-चंद्रकेशर नदी व खाल में बाढ़ आने से ग्राम बाल्या व बड़ौदा में असर, पांदाजागीर क्षेत्र में लोदरी की उफान से आधा दर्जन गांव प्रभावित

200 एकड़ से अधिक में खरीफ फसलें आई बहाव की चपेट में, कुछ किसानों की फसल बही तो कुछ की पानी में डूबी

200 एकड़ से अधिक में खरीफ फसलें आई बहाव की चपेट में, कुछ किसानों की फसल बही तो कुछ की पानी में डूबी

देवास. मंगलवार रात से लेकर बुधवार दोपहर तक हुई तेज बारिश से उफने नदी-नालों ने आधा दर्जन से अधिक गांंवों में दर्जनों किसानों की खरीफ फसलों को चपेट में ले लिया है। इससे 200 एकड़ से अधिक रकबे की फसलें प्रभावित हुई हैं, कहीं किसानों की फसल बहाव के साथ बह गई है तो कहीं पर फसलें पानी में डूब गई हैं। कुछ जगह तेज बारिश व बहाव से फसलें खेत में ही आड़ी पड़ गई हैं। अधिकांश फसल सोयाबीन की प्रभावित हुई है
सतवास के समीप ग्राम बाल्या में चंद्रकेशर नदी व खाल कई बार उफान पर आने से खेतों में पानी भर गया जिससे फसलें प्रभावित हुई हैं। भारतीय किसान संघ के कन्नौद जिला मंत्री गोरेलाल गुर्जर ने बताया 60 से अधिक किसानों के खेतों में 100 एकड़ से अधिक में पानी भर गया था। जिस फसल में फूल आ रहे थे वो लगभग पूरी तरह से प्रभावित हुई है। कई खेतों से फसल बह गई है, आड़ी फसल भी बर्बाद होना तय है। पास के गांव बड़ौदा में भी बाढ़ के पानी से कई किसानों की फसलों में पानी भर गया है। इस संबंध में सतवास तहसीलदार को सूचना दी है। उधर भमोरी व आसपास के कई किसानों की नदी-नालों के किनारे स्थित सोयाबीन फसल बर्बाद हुई है। पांदाजागीर में आधा दर्जन गांवों में 150 बीघा से अधिक की फसल में नुकसान हुआ है। बागली अनुभाग की स्थिति को लेकर एसडीएम एसआर सोलंकी ने कहा यदि नुकसान की जानकारी आई तो सर्वे करवा लिया जाएगा, पात्रता पाए जाने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पांदाजागीर के आसपास इन गांवों में हुआ नुकसान
पांदाजागीर. क्षेत्र में मंगलवार-बुधवार को लगातार तेज बारिश हुई थी जिससे लोदरी नदी उफान पर आ गई थी। नदी में पानी का फैलाव इतना ज्यादा था कि किसानों के खेतों में होता हुआ पानी जा रहा था। इसके कारण किसानों के खेतों में खड़ी सोयाबीन की फसल जो पानी के बहाव से पूरी तरह जमीन पर आड़ी हो गई। ग्राम नराना, फार्मपिपलिया, मगरिया, महुड़ी आदि गांव के करीब 150 बीघा की सोयाबीन की फसल खराब हो चुकी है जिससे किसान काफी मायूस हो गए हैं। किसान ओमप्रकाश पटेल, हुकम पटेल, विक्रम पटेल, सोहन पटेल, लाखन पटेल, मेहरबान सिंह बड़वाया, नारायणसिंह चावड़ा, मांगुसिंह चावड़ा, इन किसानों की जमीन नदी के किनारे से लगी होने के कारण इन किसानों को ज्यादा नुकसान हुआ है। किसानों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि अति शीघ्र राजस्व विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा सोयाबीन की फसल नदी अधिक पानी आने से खराब हुई है जिसका तुरंत सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिलवाया जाए।
वर्जन
तेज बारिश के चलते नदी, नाले उफान पर आने से खेतों में जहां नुकसानी हुई है वहां सर्वे करने के निर्देश कृषि विभाग को दिए गए हैं।
-चंद्रमौली शुक्ला, कलेक्टर देवास।
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