यह बात वागयोग चेतना पीठम के अधिष्ठाता व यज्ञाचार्य वानप्रस्थी मुकुन्दमुंनी पण्डित रामाधार द्विवेदी ने जटाशंकर धाम में 54 वें शिवशक्ति.महायज्ञ के प्रारंभ दिवस पर कहे। ब्रह्मलीन सन्त केशवदास जी त्यागी फलाहारी बाबा की सूक्ष्म उपस्थिति व तीर्थ महन्त बद्रीदास जी महाराज के सानिध्य में द्विवेदी के आचार्यत्व में यजमान दम्पत्तियों की मौजूदगी ने शनिवार को मंडप प्रवेश, अरणिमंथन, अग्निस्थापना एवं स्वाहाकार के साथ महायज्ञ प्रारंभ हुआ।
चन्द्रशेखर जोशी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व रात्रि जागरण, चारों प्रहर षोडशोपचार पूजन, रूद्राभिषेक के साथ मनाया जाएगा। साथ ही 4 से 8 मार्च तक प्रतिदिन दोपहर 12 से 3 बजे तक इच्छावर के मानस मर्मज्ञ कैलाशनारायण व्यास के मुखारविंद से प्रवचन भी होंगे। इसी तरह महाकालेश्वर रामायण प्रचारक रामलीला मंडल उज्जैन द्वारा रामलीला का मंचन प्रतिदिन रात में होगी। यज्ञ की पूर्णाहुति 8 मार्च को जलयात्रा, महाप्रसादी, आरती एवं भंडारे के साथ होगी ।