विकास नगर : चौराहा पर आमना-सामना, डंडे लेकर दौड़े कांग्रेसी शहर के विकास नगर चौराहे की निजी होटल में पत्रकार वार्ता के लिए प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी के आने का इंतजार भाजपाई भी कर रहे थे, वे नारे लगाते हुए सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी के साथ दुव्र्यवहार के आरोप लगाकर मंत्री को काले झंडे दिखाना चाहते थे, इस बात की जानकारी जैसे ही कांग्रेसियों को लगी तो वे उग्र हो गए। नाराज कांग्रेसी चौराहे पर उनके सामने आ गए। इस दौरान दोनों तरफ से नारेबाजी शुरू हो गई। शाम 5 बजे जब कांग्रेस व भाजपा के कार्यकर्ता आमने सामने हुए तो काफी देर तक चौराहे पर जाम लगता रहा। कुछ देर नारेबाजी के बाद कांग्रेसी भडक़ गए व भाजपाइयों को उन्होंने खदेडऩा शुरू कर दिया। कांग्रेसियों की संख्या बढ़ते ही वे सडक़ के उस पार जाकर भाजपाईयों के पीछे दौड़ पड़े, इस दौरान कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हाथ में डंडे भी थे। अचानक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की उग्रता देखकर भाजपाई पीछे हटने लगे व विकास नगर के रोड के अंदर तरफ जाने लगे, पीछा करते हुए कुछ कांग्रेसियों ने इस दौरान पत्थर उछाल दिए। भाजपाईयों ने तेजी से दौड़ लगा दी।
कुछ देर के लिए अफरा तफरी की स्थिति बन गई थी। पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को अलग करना चाहा लेकिन कांग्रेसी बार-बार मुख्य चौराहे पर आते व फिर से विकास नगर की सडक़ की तरफ दौड़ लगाते दिखे, जहां भाजपाई पहले से मौजूद थे। कांग्रेसियों के तेवर देख भाजपाई फिर तितर बितर हो गए व मंत्री को काले झंडे नहीं दिखा पाए। मंत्री के आने से कुछ देर पूर्व ही शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी पहुंचे व कुछ कार्यकर्ताओं को फटकार भी लगाई। ट्रैफिक डीएसपी किरण शर्मा भी पहुंच गए। मंत्री के पहुंचने से पांच मिनट पूर्व दोनों पक्ष शांत हो चुके थे। पथराव करने के मामले को लेकर बाद में भाजपा कार्यकर्ता औघोगिक थाने पहुंचे और एफआईआर दर्ज करने की मांग की। वहीं, एएसपी जगदीश डावर ने कहा कि इस मामले की पुलिस जांच कर रही हैं।
कांग्रेस सरकारी मशीनरी को बना रही माध्यम -जोशी पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा कांग्रेस सरकार मनमानी करने के लिए सरकारी मशीनरी को माध्यम बना रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किए जा रहे हैं, शासन-प्रशासन इसको रोके नहीं तो आगे और बड़ा आंदोलन होगा। जनसंघ ने इमरजेंसी के दौरान प्रताडऩा सही थी, तब कांग्रेस कुछ नहीं कर पाई, अब क्या होगा। खातेगांव विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि सीएए के विरोध के नाम पर सरकार के मुखिया खुलेआम संविधान की अवमानना कर रहे हैं और ऐसा करने वालो को प्रश्रय देते हुए कानून व्यवस्था बनाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई कर रहे हैं।
एक कार्यकर्ता का भी नाम नहीं बताया प्रभारी मंत्री पटवारी ने सभी तरह के माफियाओं पर कार्रवाई की बात करते हुए इंदौरी नेता कैलाश विजयवर्गीय को भी घेरा, बोले कि वे कहते है कि मैं इनके साथ खड़ा हूं। बाद में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह व पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान भी सामने आ गए बोले कि अभियान के नाम पर हमारे कार्यकर्ताओं को परेशान किया तो हम चुप नहीं बैठेंगे। पटवारी ने कहा कि हमने इनसे कहा था कि आपके किसी एक कार्यकर्ता के खिलाफ भी कार्रवाई हुई तो हमें बताए लेकिन ये नहीं बता सके। मप्र शासन माफिया के खिलाफ अपनी कार्रवाई में किसी तरह का भेदभाव नहीं करेगी, साथ ही इसकी आड़ में किसी आम आदमी को भी परेशान नहीं किया जाएगा।