कहासुनी के बाद विवाद बढ़ गया, भागे अधिकारी-कर्मचारी
जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों के बीच झूमाझटकी, मची अफरा-तफरी, सब भाग गए कार्यालय छोडक़र
देवास. कलेक्टोरेट के समीप जनपद पंचायत के कार्यालय में वाहन पार्किंग को लेकर हुई कहासुनी के बाद विवाद बढ़ गया। इस दौरान कार्यालय के अंदर गालीगलौज, झूमाझटकी हुई, सामान भी फेंका गया। इससे अंदर अफरा-तफरी मच गई और डर के मारे अधिकारी व कर्मचारी कार्यालय छोडक़र भाग गए। करीब ५० मिनट तक कार्यालय सूना पड़ा रहा। उधर विवाद के मामले में दोनों पक्ष कोतवाली के लिए रवाना तो हुए लेकिन बाद में समझौता हो गया।
दोपहर करीब 3.30 बजे कार्यालय के बाहर खड़े चार पहिया वाहन को हटाने की बात को लेकर मामले ने तूल पकड़ा। कुछ ही देर में जनपद उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह बैस व बाबू नाम के कर्मचारी के बीच कहासुनी व झूमाझटकी शुरूहो गई। विवाद बढ़ता देख अंदर बैठे कर्मचारी व अधिकारी बाहर भाग निकले, वहीं बाहर भीड़ लग गई। उधर विवाद की सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ की। दोनों पक्ष यहां से निकलकर कोतवाली के लिए रवाना हुए लेकिन दोनों ने किसी प्रकार की कायमी नहीं करवाई। इस दौरान कामकाज बंद रहा।
आलमारी की चाबी तक लगी छोड़ गए विवाद से डरा स्टॉफ इतनी जल्दी में बाहर निकला कि कईलोगों के मोबाइल व अन्य सामान भी कार्यालय के अंदर ही रह गया। और तो और प्रवेश द्वार के समीप रखी करीब 8-10आलमारियों में से एक में चाबी भी लगी रह गई।इसके अंदर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे हुए थे।
एक के बाद एक स्विच ऑफ हुए मोबाइल उधर मामले को लेकर एक के बाद एक कई लोगों द्वारा मोबाइल स्विच ऑफ कर लिए गए। शाम करीब पौने आठ बजे जपं सीईओ राजेंद्र यादव के मोबाइल पर फोन लगाया गया तो स्विच ऑफ था। इसी समय उपाध्यक्ष राजेंद्रसिंह बैस का भी मोबाइल बंद था।
तीर्थ दर्शन योजना के फॉर्म लेकर घूम रहा हूं शाम करीब 4.10 बजे जनपद कार्यालय के अंदर पहुंचे बरोठा के केदार नागर को कोई कर्मचारी नहीं मिला। केदार ने बताया उनके पिता बद्रीलाल व माता पार्वतीबाई नागर का तीर्थ दर्शन योजना के लिए फॉर्म लेकर आया हूं, देर से घूम रहा हूं, कोई मिल नहीं रहा। आज आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि है। किसी ने केस दर्ज नहीं करवाया।
जनपद पंचायत कार्यालय में विवाद की सूचना मिलने के बाद पुलिस बल मौके पर भेजा गया था। हालांकि मामले में किसी भी पक्ष की ओर से शिकायत नहीं मिली है। -महेंद्रसिंह परमार, कोतवाली टीआई देवास