बच्चे की तबियत बिगड़ने के बाद उसे देवास से इंदौर के एमवाए अस्पताल रेफर कर दिया गया था। इंदौर में ही इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। फिलहाल डॉक्टरों ने चमकी बुखार की पुष्टि नहीं की है लेकिन आशंका जताई जा रही है बच्चे की मौत चमकी बुखार के कारण हुई है। हालांकि चिकित्सकों का कहना है कि बगैर किसी जांच के बुखार की पुष्टि नहीं की जा सकती।
खातेगांव तहसील के ग्राम जामनेर के असलम पिता इब्राहिम खान को शुक्रवार रात तेज बुखार आया था। परिजनों ने गांव के डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने असलम का साधारण इलाज कर दवाई दे दी। लेकिन असलम की तबीयत में सुबह तक कोई सुधार नहीं होने पर परिजन उसे खातेगांव सामुदायिक अस्पताल ले गए। यहां पर डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे इंदौर रैफर करने को कहा। परिजनों के अनुसार निजी अस्पताल में दिखाने पर डॉक्टर ने खून के नमूनों की जांच कर बताया कि उसे दिमागी बुखार हो सकता है।
बिहार में चमकी का कहर
बिहार का मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के कई जिले चमकी बुखार (एईएस) की चपेट में हैं। चमकी बुखार के कारण बिहार में अब तक 164 बच्चों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि यहां करीब 503 बच्चे चमकी बुखार की चपेट में हैं।