सीमेंट टैंक में पलेंगी मछलियां, समृद्ध होंगे किसान
देवासPublished: Jul 20, 2018 11:49:37 am
– मत्स विभाग नील क्रांति योजना के तहत किसानों को टैंक निर्माण के लिए देंगे ५० लाख
जाहिद खान
देवास. मत्स विभाग मछली पालन के लिए अब किसानों को ५० लाख रुपए का अनुदान देगा, जिसके तहत किसान अपनी भूमि में सीमेंट कांक्रीट के टैंक बनाकर मछली पालन करेंगे। केंद्र सरकार ने मछली पालन बढ़ाने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की है, जिससे की किसान समृद्ध हो सके। समान्यता किसान मछली पालन किसान तालाब, तलैया, रेवासागर तालाब में करते हैं, जिसमें समय से पहले ही पानी खत्म हो जाता है। पानी खत्म होने के बाद गर्मी के दिनों में मछली पालन बंद हो जाता है।
इस समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार ने मत्स विभाग में नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसान अपनी भूमि में ८ सीमेंट कांक्रीट के टैंको का निर्माण करेंगे। इन टैंकों को नीचे से एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा, जिससे की मछलियां इधर से उधर आसानी से चली जाएं। टैंक सीमेंट कांक्रीट का बना होने से उसका पानी नहीं वास्पित नहीं होगा। ज्यादा समय तक पानी रहने से किसान एक टैंक से ५ टन तक मछली का उत्पादन कर सकेंगे। काफी समय तक टैंकों में पानी भरा रहने से उसके खराब होने की भी संभावना रहेगी, इसलिए टैंक में पानी शुद्धिकरण के लिए मोटर लगाई जाएगी। इस मोटर से पानी को शुद्ध करेंगे, जिससे की मछली जीवित रहे।
देवास से किसान का प्रकरण बनाकर भेजा
जिले में भी सीमेंट कांक्रीट के टैंक में मछली पालन के लिए मत्स विभाग के अधिकारियों ने एक किसान का प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेजा है। भोपाल से स्वीकृति मिलने के बाद देवास में भी नई योजना के तहत मछली पालन किया जाएगा। आंध्रप्रदेश की पगेसियस किस्म की मछली का पालन किया जाएगा। यह मछली बाजार में अच्छे दाम में बिकने के साथ ही लोग पसंद भी करते हैं।
– योजना के तहत हितग्राही को स्वयं की भूमि पर ८ टैंक ९० क्यूविक मीटर क्षमता के निर्मित कराने होंगे। इसमें पानी, बिजली की समुचित व्यवस्था करना आवश्यक है। प्रत्येक टैंक से ५ मैट्रिक टन मत्स उत्पादन अपेक्षित है।
– टैंक की स्थापना हितग्राही स्वयं की २.० हैक्टयर भूमि पर करेगा।
– एक हैक्टेयर जलक्षेत्र में मत्सबीज संवर्धन इकाई के निर्माण पर ६ लाख की लागत है।
– योजना के तहत किसान के यहां ८ टैंकों का निर्माण होगा।
– एक टैंक को दूसरे टैंक से जोड़ा जाएगा, जिससे पानी खराब नहीं हो।
– पानी में समय-समय पर दवाईयों का छिड़काव किया जाएगा।
प्रदेश में इस योजना के तहत भोपाल के पास एक किसान टैंक बनवा रहा है। हमने भी देवास में नई योजना के तहत मछली पालन करने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा है।
एसडी नागले, सहायक संचालक मत्स विभाग देवास।