देवास. वन विभाग ने आदिवासी परिवारों से मजदूरी तो करा ली, लेकिन वेतन देना भूल गया। बार-बार मजदूरों ने विभाग को तगदा लगाया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई। जिसके बाद सोमवार को मजदूरों ने कलेक्ट्रेट में डेरा डाल दिया। मजदूर और उनके बच्चे भूख से बिलख रहे थे तो लोगों ने जनसहयोग से उन्हें भोजन कराया। बाद में एसडीएम जीवन रजक पहुंचे और आदिवासियोंको न्याय दिलाया।
patrika IMAGE CREDIT: patrikaदोपहर में एसडीएम जीवन रजक पहुंचे कन्नौद क्षेत्र के आदिवासी परिवार के साथ वन विभाग ने ठगी कर दी। 12 हजार400 गडढे खुदवाए थे लेकिन दिए महज 30 हजार। पीडि़त परिवार देर रात को कलेक्ट्रोरेटपहुंचा था। परिसर में बैठ कर न्याय की आस लगा रहे थे। इन लोगों ने बताया कि राशन, दूध की उधारी हो गई है, अब लोगों ने उधार देना तक बंद कर दिया जिसके चलते मजबूरी में देवास आना पडा। दोपहर में एसडीएम जीवन रजक पहुंचे और पीडि़तों की बात सुनकर शीघ्र मजदूरी देने की बात कही।