भोजन में नमक कम पड़ जाए तो बिगड़ जाता है स्वाद
देवासPublished: Jun 25, 2018 12:25:44 pm
-मुनिश्री 108 भूतबली सागर महाराज ससंघ को देवास चातुर्मास के लिए किया श्रीफल भेंट
देवास. सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वाधान में पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट द्वारा रविवार को स्थानीय दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति सदन नयापुरा पर मुनिश्री 108 भूतबली सागर महाराज ससंघ को वर्ष 2018 के चातुर्मास के लिए सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा श्रीफल भेंट किया गया एवं संपूर्ण दिगंबर जैन समाज द्वारा गुरुदेव से निवेदन किया गया कि वर्ष 2018 का चातुर्मास देवास नगर में संपन्न हो।
रविवार को मुनि श्री ने अपने मांगलिक प्रवचन में कहा कि भगवान के सामने आप लोग अष्ट द्रव्य चढ़ाते हैं। उसमें से एक नैवेद्य होता है। मुनिश्री ने कहा नैवेद्य का मतलब भोजन होता है। यह और कोई वस्तु नहीं, आप लोगों ने कभी सोचा हम रोगी हैं। रोगी सोचता है हम कब ठीक होंगे। यह बीमारी कब दूर होगी। रोगी तो रोता है। रोगी सोचता है रोग ठीक होगा कि नहीं होगा। आचार्य भगवन कहते हैं कि जब जब हम भोजन करें उस समय यह सोच लें कि भोजन कब छूटेगा। इस भोजन से कब मुक्ति मिलेगी। भगवान आपने यह भोजन कैसे छोड़ दिया, हम लोगों को तो दवाई भी कम पड़ गई। भोजन में नमक कम पड़ जाए तो स्वाद बिगड़ता है भोजन करने से तात्कालिक भूख का शमन हो जाता है। शाम के भोजन करने से सुबह तक भूख से राहत मिल जाती है। किंतु हमारी भूख हमेशा के लिए शांत नहीं होती। भोजन से रोग का शमन नहीं हो रहा है तो भोजन को बदल दो आपको भोजन करने में आधे घंटे की विलंब हो जाए तो चल ही नहीं सकता। बच्चों से भी हमारी आदत खराब है। जब भी हमारे मन में आता है हम खाने लग जाते हैं दवाई तो सिर्फ दो बार ही लेना पड़ती है। हम दिन में कितनी बार भोजन करते हैं क्या.क्या खा जाते हैं। यह हमको भी याद नहीं रहता। उनको रोग नहीं बहुत महारोग हो जाता है। मुनि श्री ने कहा कि भोजन को दवाई मानकर लो यह दवाई ले रहा हूं। इस उम्र में भी भावना नहीं पाओगे की दवाई कब छूटेगी। आप लोग संयम धारण करते हो। आपके कर्मों की निर्जरा हो जाती है। कार्यक्रम में सुबह 8 बजे मंगलाचरण राजेंद्र जैन द्वारा किया गया एवं उसके पश्चात सकल जैन समाज द्वारा गुरुदेव की पूजन की गई व गुरुदेव के पूजन के पश्चात सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वाधान में पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर के समस्त ट्रस्टीगण इंदरमल पानोत, मनोहर जैन, पारस जैन, राजकुमार छाबड़ा, महेंद्र जैन, धीरेंद्र जैन, राजेंद्र जैन, प्रकाश सेठी, मुकेश जैन, अनिल जैन,संजय जैन उदय एवं संजय भाई ने समस्त दिगंबर जैन की समाज की ओर से गुरुदेव के चरणों में श्रीफल भेंट किया एवं संचालन मनोहर जैन द्वारा किया गया। उक्त जानकारी देते हुए कार्यक्रम प्रवक्ता निलेश छाबड़ा ने बताया कि गुरुदेव का वर्ष 2017 का चातुर्मास भी देवास में ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ था एवं वर्ष 2018 के चातुर्मास के लिए भी संपूर्ण समाजजन ने गुरुदेव से निवेदन किया है।