उस भक्ति के नशे में भक्त भगवान को अपनी विशिष्ट द्रव्य सामग्री समर्पित करता चला जाता है और प्रभु भक्ति के प्रति इतना मशगूल हो जाता है कि एक दिन अपने स्वयं को भी प्रभु चरणों में समर्पित कर देता है। दुर्लभ मानव जीवन का यही वह सार्थक समय है जब भक्त भगवान बन जाता है। भूल से भी यह भाव नही आना चाहिये कि भक्ति से समर्पित किए गए द्रव्य व्यर्थ चले जाते हैं। जबकि सत्य यह है कि भावों से समर्पित किए गए द्रव्य से जीवन में तप और त्याग की विशिष्ट शक्ति का प्रादुर्भाव होता है और यही समर्पित द्रव्य की सार्थकता है।
श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ मंदिर पर 25 दिवसीय इंद्रिय विजय तप की पूर्णाहूति पर यह बात साध्वीजी शीलगुप्ता श्रीजी एवं शीलभद्रा श्रीजी ने कही। पूर्णाहूति के अवसर पर पारणा महोत्सव का आयोजन किया गया। पारणा महोत्सव का लाभ डॉ प्रमोद बापना ने प्राप्त किया। प्रभावना श्री संघ एवं कैलाश कुमार इंदरमल भोमियाजी द्वारा वितरित की गई।
श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ मंदिर पर 25 दिवसीय इंद्रिय विजय तप की पूर्णाहूति पर यह बात साध्वीजी शीलगुप्ता श्रीजी एवं शीलभद्रा श्रीजी ने कही। पूर्णाहूति के अवसर पर पारणा महोत्सव का आयोजन किया गया। पारणा महोत्सव का लाभ डॉ प्रमोद बापना ने प्राप्त किया। प्रभावना श्री संघ एवं कैलाश कुमार इंदरमल भोमियाजी द्वारा वितरित की गई।
महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक गायत्री राजे पवार उपस्थित थीं। विधायक पवार ने मोती माला एवं तिलक लगाकर तपस्वियों का सम्मान बहुमान किया। तपस्वियों का दूध से पाद प्रक्षालन किया गया। प्रभु दर्शन एवं फल नैवेद्य अर्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विधायक पवार ने कहा कि पूज्य साध्वीजी द्वारा प्रतिदिन समग्र जैन समाज को दिए जा रहे नियमों का नगरवासी भी पालन कर रहे हैं। यह इस चातुर्मास की ऐतिहासिक उपलब्धि है। पूज्य साध्वीजी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि प्रभु का आशीर्वाद पावर सदैव पवार पर बना रहे।
धार्मिक गतिविधियों में आपकी प्रोत्साहनपूर्वक ऐसी ही सहभागिता बनी रहे और धर्मकार्य में सदा अग्रणी रहें। पारणा महोत्सव के अवसर पर अशोक जैन , विलास चौधरी, शैलेन्द्र चौधरी, दीपक जैन, भरत चौधरी, अतुल जैन, राकेश तरवेचा, अजय मूणत, अनूप शेखावत, विनय जैन, संतोष सेठिया, शांतिलाल जैन, जितेन्द्र मेहता, गौरव जैन , नीरज सेठिया, अनूप सेठिया, मनोज कटारिया आदि बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।