दरअसल नवनिर्वाचित विधायक कांतिलाल भूरिया का बुधवार को भोपाल जाने का कार्यक्रम था। देवास में उनका स्वागत रखा गया था। स्वागत कांग्रेस का अधिकृत कार्यक्रम न होकर युकां व अन्य कांग्रेस नेताओं का था। उज्जैन रोड तिराहे पर युकां नेता हिम्मतसिंह चावड़ा, वरिष्ठ नेता भगवानसिंह चावड़ा, नेता प्रतिपक्ष विक्रम पटेल, हरि पटेल आदि कांग्रेसजन स्वागत के लिए जुटे। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के वाट्सएप ग्रुप में बाकायदा मैसेज भी भेजा जिसमें 9 बजकर 15 मिनट का समय निर्धारित किया। तय समय पर कुछ कांग्रेसजन वहां पहुंचकर भूरिया का इंतजार करने लगे, लेकिन मामला दूसरा ही हो गया। रसूलपुर बायपास पर पूर्व महापौर जयसिंह ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री शौकत हुसैन, शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी पहुंचे आदि पहुंचे और वहीं पर भूरिया का स्वागत कर दिया। हालांकि राजानी भी देर से पहुंचे। तब तक स्वागत हो चुका था। इसके बाद ठाकुर भी भूरिया के साथ ही भोपाल निकल गए।
ऐनवक्त पर समीकरण बदल गए सूत्रों का कहना है कि भूरिया के स्वागत को लेकर पूरा कार्यक्रम तय था। इसके लिए भूरिया से समय भी लिया जा चुका था। भूरिया की ओर से कहा गया था कि वे शहर से होकर ही जाएंगे लेकिन ऐनवक्त पर समीकरण बदल गए। चर्चा होने लगी कि कुछ नेता नहीं चाहते थे कि भूरिया देवास में आए इसलिए उनको बायपास से ही निकाल दिया।इसमें शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी, पूर्व महापौर जयसिंह ठाकुर का नाम आया। इसके बाद कांग्रेस की कलह उजागर हुई। सरकार आने के बाद भी कांग्रेसियों की लड़ाई खत्म नहीं हो पा रही और गुटबाजी हावी है।
मैं क्यों भूरियाजी को बायपास से ले जाउंगा। वे अपने रूट के हिसाब से ही भोपाल पहुंचे हैं। मेरे साथ मनोज राजानी, शौकत हुसैन भी बायपास पर स्वागत करने पहुंचे थे।
-जयसिंह ठाकुर, पूर्व महापौर
-जयसिंह ठाकुर, पूर्व महापौर
मेरे पास किसी का फोन नहीं आया कि कहां स्वागत है। यह पार्टी का अधिकृत कार्यक्रम भी नहीं था। मैं जब रसूलपुर बायपास पहुंचा तो वहां जयसिंह ठाकुर, शौकत हुसैन आदि स्वागत कर चुके थे। कौन भूरिया के साथ भोपाल गया, किसने कहां स्वागत किया, भूरिया का देवास सिटी में आने का रूट था या नहीं इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है।
-मनोज राजानी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवास।
-मनोज राजानी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवास।