scriptबार-बार बदलते रहे लोकेशन, अपहरण के १४ आरोपितों को पुलिस ने दबोचा | kidnapping | Patrika News

बार-बार बदलते रहे लोकेशन, अपहरण के १४ आरोपितों को पुलिस ने दबोचा

locationदेवासPublished: Jan 11, 2019 01:26:43 am

किशनगंज थाना क्षेत्र से किया था दो लोगों का अपहरण, आरोपितों में एक नाबालिग भी शामिल

dewas

बार-बार बदलते रहे लोकेशन, अपहरण के १४ आरोपितों को पुलिस ने दबोचा

देवास. इंदौर जिले के किशनगंज थाना क्षेत्र से गुरुवार को दो लोगों का अपहरण फिल्मी स्टाइल में हो गया। अपहरण करने वालों ने उन्हें बंधक बनाया और चार पहिया वाहन से इंदौर बायपास होते हुए देवास आ गए। रास्ते में इन्होंने एक अपहृत के भाई को फोन लगाकर पहले 50 हजार रुपए और फिर एक लाख रुपए की मांग की। मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपितों की लोकेशन ट्रेस होती रही और जैसे ही देवास पुलिस को घटना का पाइंट मिला, पुलिस टीम सतर्क हो गई। लोकेशन के आधार पर पुलिस इनके पीछे लग गई। बायपास चौराहा, भोपाल चौराहा, चामुंडा कॉम्प्लेक्स सहित कुछ अन्य लोकेशन मिली तो पुलिस भी पहुंची, लेकिन तब तक आरोपित वहां से रवाना हो चुके थे। आखिरकार विकासनगर में दो-तीन संदिग्ध हाथ लग गए। इनसे पूछताछ में पता चला कि जिस वाहन में अपहर्ता हैं वो विकासनगर के समीप शंकरनगर में खड़ा है, वहां जाकर सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया और दोनों व्यक्ति जिनका अपहरण हुआ था उनको मुक्त करवा लिया गया। आरोपितों को किशनगंज पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार किशनगंज थाना क्षेत्र के तहत शांतिनगर से श्रीराम शर्मा व उसके एक परिचित का अपहरण करने के बाद आरोपित इंदौर की ओर रवाना हुए। रास्ते में श्रीराम शर्मा के भाई को मोबाइल पर फोन लगाकर आरोपितों ने 50 हजार रुपए की मांग की। कुछ देर बाद इन्होंने राशि बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दी। उधर इस मामले में किशनगंज थाने में प्रकरण भी दर्ज करवा दिया गया। वारदात की जानकारी वायरलेस पर आसपास के जिलों की पुलिस को भी दी गई। लोकेशन देवास के आसपास होने का पता चलने पर देवास की पुलिस सतर्क हो गई और दबोचने की तैयारी कर ली। यहां शहर में बदमाश कई जगह लोकेशन बदलते रहे, आखिरकार आरोपित विकासनगर क्षेत्र में हाथ लगे। आरोपितों के पकडऩे की सूचना किशनगंज पुलिस को दी गई, जिसके बाद वहां से फोर्स देवास आया और सभी आरोपितों को लेकर रवाना हो गया। कुल 14 आरोपितों में से एक नाबालिग बताया जा रहा है। धरपकड़ में विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम भी लगी रही।
सुनसान गली में वाहन खड़ा करके कर रहे थे निगरानी
देवास में आरोपितों की धरपकड़ का नेतृत्व करने वाले सीएसपी विजयशंकर द्विवेदी ने बताया विकासनगर चौराहे के पास से जिन दो-तीन आरोपितों को पहले पकड़ा गया, उनकी निशानदेही पर शंकरनगर में पहुंचे जहां एक सुनसान गली में वाहन खड़ा था। इसके आसपास कुछ आरोपित खड़े होकर निगरानी भी कर रहे थे। इन्होंने दोनों अपहर्ता से मोबाइल आदि छीनकर अपने पास रख रखे थे।
फरियादी ने डायल-100 को दे दी थी सूचना
अपहरण हुए श्रीराम के भाई ने वारदात की जानकारी डायल-100 को भी दे थी। उसके पास जब रुपयों की मांग का फोन आया तो उसने वह नंबर पुलिस को उपलब्ध करवा दिया जिससे आरोपितों की लोकेशन लगातार पुलिस को मिलती रही। सभी आरोपित आष्टा, पचोर, सीहोर क्षेत्र के रहने वाले हैं।
इनको पुलिस ने दबोचा
अपहरण करने के मामले में आरोपित प्रदीप पिता चंदर सिंह, अमन पिता महेश, संदीप पिता दुले सिंह नाथ, अजय पिता रमेश सोलंकी, छोटू पिता अंबाराम, अश्विन पिता संतोष, आशीष, बादल पिता धनसिंह नाथ, सुरेश पिता हेमराज नाथ सभी निवासी आष्टा, सोनू पिता मोड़ सिंह पचोर, राजवीर पिता राजेंद्र सिंह कालबेलिया निवासी सेमलीबारी सीहोर, विजय पिता रतनसिंह नाथ निवासी बिलपान सीहोर, आलोक पिता भरत सिंह निवासी बिलपान, सचिन पिता सत्यनारायण निवासी मेहतवाड़ा पकड़े गए हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो