scriptपुलिस विभाग में तबादलों की… सूची सार्वजनिक करना बंद, सीधे कंट्रोल रूम से आ रहा फोन | List stopped making public, phone coming directly from control room | Patrika News

पुलिस विभाग में तबादलों की… सूची सार्वजनिक करना बंद, सीधे कंट्रोल रूम से आ रहा फोन

locationदेवासPublished: Aug 25, 2019 12:29:45 pm

Submitted by:

mayur vyas

-अचानक आता है फोन और बता देते हैं कहां हुआ है तबादला, एक माह के अंदर ही कई बार बदले जा रहे कई के थाने

dewas

patrika

सत्येंद्रसिंह राठौर. देवास
एक के बाद एक धड़ाधड़ तबादला सूचियां जारी कर एक ही माह में कई अधिकारी-जवानों के थाने दो से तीन बार बदलने के कारण चर्चाओं में आए पुलिस विभाग ने बार-बार हो रही किरकिरी से बचने के लिए प्रक्रिया में ही बदलाव कर लिया है। पिछले करीब एक माह से तबादला सूचियों को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है और सीधे कंट्रोल रूम से संबंधित अधिकारी, जवान को तबादला होने की सूचना दी जा रही है। कई माह बीतने के बाद भी बार-बार तबादला करने की प्रक्रिया जारी है। स्थानांतरित होने वाले कई जवान-अधिकारी एक जगह जाने की व्यवस्था जमाते हैं तब तक उनका दूसरी जगह तबादला हो जाता है।
पिछले करीब छह माह में पुलिस विभाग में एक दर्जन से अधिक बार तबादलों की प्रक्रिया हो चुकी है। शुरू में कुछ तबादला सूचियां सार्वजनिक हुईं लेकिन जब इनमें एक ही अधिकारी-जवान के थाने बार-बार बदले जाने की बातें सार्वजनिक होने लगीं तो तबादलों की प्रक्रिया व नीयत पर सवाल उठने लगे। सोशल मीडिया पर यह सूचियां वायरल होती गईं और विभाग की किरकिरी होने लगी। इसके बाद सूचियों को सार्वजनिक करना बंद कर दिया गया। जब भी तबादले होते हैं तो सीधे कंट्रोल रूम से संंबंधित के पास फोन पहुंच जाता है। हालत यह है कि एक बार स्थानांतरित होने वालों को कई बार यह डर सताता रहता है कि कहीं फिर से उनका थाना न बदल दिया जाए।
कई को टीआई ने रोका, फिर दूसरी जगह हो गया तबादला
पिछले दिनों जारी हुई कई तबादला सूचियों के बाद विभिन्न थानों के टीआई ने अपने यहां का कामकाज प्रभावित होने की स्थिति बनती देख कई जवानों, एसआई व एएसआई को रवानगी नहीं दी और इनको रोक लिया गया। वहीं कुछ दिनों के बाद इनका फिर से तबादला हो गया, कई को दूरस्थ थानों में भेज दिया गया है। ऐसे में यह अधिकारी, जवान खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं क्योंकि पहले हुए तबादले में कई को नजदीकी थानों में स्थानांतरित किया गया था लेकिन दोबारा में और दूर भेज दिया गया है।
चर्चाओं में ये बदलाव
-सिविल लाइन थाने से लाइन अटैच किए गए टीआई एसपीएस राघव को पहले उदयनगर थाने फिर कुछ ही दिनों में सोनकच्छ भेजा गया।
-बागली टीआई अमित सोनी को देवास भेजा गया फिर कुछ ही दिनों के बाद फिर से बागली की जिम्मेदारी।
-सतवास टीआई उपेंद्र क्षारी को पहले बागली फिर देवास भेजा गया। पिछले दिनों नेमावर थाने पदस्थ किया गया।
-उदयनगर थाने के टीआई अविनाश सेंगर को पहले नेमावर फिर कुछ दिनों पहले देवास भेजा गया। फिलहाल वे यातायात विभाग देख रहे हैं।
-कुछ माह पहले कोतवाली में पदस्थ एक आरक्षक को पहले बीएनपी फिर औद्योगिक थाने फिर पुलिस लाइन और फिर कोतवाली पदस्थ किया।
वर्जन
संबंधित तक आदेश पहुंचाए जाते हैं
सामान्यत: ऐसा होना संभव नहीं है, मौखिक रूप से तबादलों की जानकारी देने से ही काम नहीं चल सकता। संंबंधित तक आदेश भी पहुंचाया जाता है। आवश्यकता व व्यवस्था के हिसाब से तबादलों में संशोधन भी होते हैं, यह एक सामान्य प्रक्रिया है।
जगदीश डावर, एएसपी देवास।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो