आदिम जाति कल्याण विभाग में हुए फर्जीवाड़े की लोकायुक्त ने शुरू की जांच
देवासPublished: Oct 18, 2023 12:42:52 am
छात्रावासों की मरम्मत व रंगाई-पुताई में हुआ था भ्रष्टाचार, कलेक्टर ने लोकायुक्त को लिखा था पत्र, थोड़े बहुत काम का लाखों रुपए कर दिया था भुगतान, करीब 2.40 करोड़ मिले थे विभाग को


आदिम जाति कल्याण विभाग में हुए फर्जीवाड़े की लोकायुक्त ने शुरू की जांच
देवास. आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावासों में मरम्मत सहित अन्य कार्यों के लिए आई राशि का दुरुपयोग करने के मामले में लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने जांच शुरू कर दी है। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने लोकायुक्त को पत्र लिखा था। इसके बाद लोकायुक्त उज्जैन ने भोपाल से अनुमति प्राप्त कर जांच शुरू की। फिलहाल छात्रावास अधीक्षकों व अन्य संबंधितों के बयान लिए जा रहे हैं। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।उल्लेखनीय है कि छात्रावासों के लिए आई राशि व फर्जी काम की शिकायत के बाद संबंधित एसडीएम ने छात्रावासों का निरीक्षण किया था। इस दौरान किए जाने वाले कार्य मौके पर नहीं मिले। कलेक्टर के प्रतिवेदन के बाद संभागायुक्त ने आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक विवेक नागवंशी को निलंबित कर दिया था। छात्रावासों में 80-90 हजार रुपए के कार्य किए गए थे और एक ही ठेकेदार को प्रत्येक कार्य के लिए 4 से 5 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया।