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चुनाव में भी नहीं थम रही कांग्रेस की कलह…माइक नहीं मिलने पर नाराज हुए कांग्रेस नेता ने कहा- मैं भी बोल सकता हंू…!

locationदेवासPublished: May 06, 2019 11:46:20 am

Submitted by:

Amit S mandloi

–कांग्रेस में दांव पर लगी है मंत्रियों की साख, अपने क्षेत्र में चुनाव जिताने की चुनौती बढ़ा रही चिंता

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देवास. चुनाव की तारीख अब नजदीक आ रही है और प्रत्याशियों के साथ ही राजनीतिक दलों की चिंताएं बढऩे लगी हैं। भाजपा में जहां खींचतान जारी है वहीं कांग्रेस भी इससे अछूती नहीं है। पिछला चुनाव ढाई लाख से ज्यादा मतों से हारी कांग्रेस की सबसे बड़ी चुनौती हार के इस अंतर को कम कर जीत में बदलना है लेकिन मौजूदा हालातों को देख ऐसा लग नहीं रहा। वजह यह है कि नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी है और स्थापित नेता भी इस पक्ष में नहीं दिख रहे कि नया नेतृत्व उभरे। खबर यह भी है कि एक गुट सोनकच्छ पर फोकस कर रहा है कि किसी भी हाल में सोनकच्छ जीत जाएं ताकि लाज बची रहे। जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस नेताओं में भाषण देने के लिए विवाद चल रहे हैं और कुछ नेता दूसरों को आगे नहीं आने दे रहे।
दरअसल कबीर गायक प्रह्लाद सिंह टिपाणिया टिकट तो ले आए लेकिन कांग्रेस के नेताओं की आपसी लड़ाई के चलते उलझे हुए हैं। कबीर के सहारे जनता के बीच जाने वाले टिपाणिया अब तक कोई विजन नहीं बता सके हैं और भजन गाकर कांग्रेसियों व लोगों को लुभा रहे हैं। हैरानी इस बात की है कि कांग्रेसी पूरी लोकसभा में यह कह रही है कि कबीरपंथी लोग टिपाणिया के साथ हैं जिस कारण स्थिति पेचीदा हो गई है। टिपाणिया का अब तक का फोकस भी देवास को छोड़ शाजापुर जिले में रहा है। देवास में वे आए जरूर लेकिन यहां सशक्त उपस्थिति दर्ज नहीं करवा सके। दिग्विजय सिंह गुट की छाप होने से विरोधी गुट उनके साथ तो नजर आ रहा है लेकिन काम अपने हिसाब से कर रहा है। मंत्री हुकुमसिंह कराड़ा तो पुरजोर ताकत से लगे हैं लेकिन दूसरे नेताओं के बारे में कांग्रेसी खेमेे में ही अलग-अलग चर्चाएं हो रही हैं।
अब बनाए सेक्टर प्रभारी

संगठनात्मक रूप से कांग्रेस पिछड़ी हुई है और विधानसभा चुनाव के बाद फिर से सेक्टर-मंडलम का जिन्न बाहर आया है। विस चुनाव में जो वार्ड अध्यक्ष बनाए थे उनके साथ ही अब सेक्टर प्रभारी बना दिए गए हैं। २१ सेक्टर के हिसाब से काम बांटा गया है। मतदान केंद्र के हिसाब से जिम्मेदारी बांटी गई है कि मीटिंग करवाएं। हालांकि शहर संगठन की कार्यकारिणी अब तक घोषित नहीं हो सकी है जिसके चलते विरोध के स्वर उठ रहे हैं और कहा जा रहा है कि जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है और अपने लोगों को तवज्जो दी जा रही है। यही वजह है कि एक गुट खंडवा संसदीय सीट पर ध्यान दे रहा है।
11 को राहुल आएंगे शुजालपुर, देवास में सिद्धू की सभा संभावित

प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए कांग्रेस अब स्टार प्रचारकों का सहारा ले रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का ११ मई को शुजालपुर आना संभावित हैं जहां वे सभा लेंगे। इसी तरह नवजोत सिंह सिद्धू की देवास में सभा हो सकती है। संभवत: १० मई को यह सभा होगी लेकिन अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के भी आने की अटकलें चल रही हैं। इनमें कमलनाथ सोनकच्छ और सिंधिया हाटपीपल्या जा सकते हैं।
सबकी नजरें पूर्व सीएम पर

इन सबके अलावा सबकी नजरें पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर टिकी है जो खुद भोपाल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। १२ मई को भोपाल में मतदान होना है इसके बाद दिग्विजय सिंह देवास व उज्जैन का मैनेजमेंट संभालेंगे क्योंकि दोनों ही उम्मीदवार उनके कोटे से हैं। इधर दिग्विजय सिंह और सज्जन सिंह वर्मा के राजनीतिक रिश्ते भी किसी से छिपे नहीं है ऐसे में देवास सीट कांग्रेस की प्रतिष्ठा का प्रश्न भी बनी हुई है। इस सीट पर हार-जीत से कांग्रेस नेताओं का आगे का राजनीति भविष्य भी निर्धारित होगा क्योंकि खुद कमलनाथ कह चुके हैं कि मंत्री अपने क्षेत्र से चुनाव जिताने की जिम्मेदारी लें।
माइक को लेकर उलझे कांग्रेसी

कांग्रेस नेताओं में खींचतान भी खत्म नहीं हो पा रही है। गत दिनों प्रत्याशी के जनसंपर्क के दौरान भी ऐसा ही हुआ जब नेता आपस में उलझ गए। सूत्रों के मुताबिक प्रत्याशी के देवास में जनसंपर्क के दौरान नेता भाषण दे रहे थे लेकिन एक नेता को कोई बोलने नहीं दे रहा था। वे बोलने की कोशिश करते लेकिन माइक नहीं मिल पाता। नागदा में उनका आक्रोश छलक पड़ा और हालात ऐसे बने कि सबके सामने नाराजगी नाराजगी छलकी। उक्त कांग्रेस नेता ने यहां तक कहा कि मैं भी कांग्रेस का नेता हूं। मेरे मुंह में भी वाणी है। मैं भी कांग्रेस के लिए बोल सकता हंू। बाद में उक्त नेता ने दूसरा माइक लिया और बोले। इस घटना के बाद कांग्रेस की अंतर्कलह उजागर हो गई। विवाद के दौरान यहां तक बातें कर दी कि क्या ये तीन चार लोग ही सब करेंगे। सब जानते हैं कौन कितने से हारा है।
मेरे सामने कुछ नहीं हुआ

शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने बताया कि कहीं किसी तरह की खींचतान नहीं है। सभी नेता एकजुट होकर काम कर रहे हैं। माइक पर बोलने की बात को लेकर भी कुछ नहीं हुआ। नागदा में हम रात ९.५० बजे पहुंचे और दस मिनट शेष थे। ऐसे में प्रत्याशी और क्षेत्रीय नेताओं ने भाषण दिए थे। विवाद या नाराजगी जैसा मेरे सामने तो कुछ नहीं हुआ।

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