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जज को मिला टिकट तो भाजपाई लगे भुनाने में….किसी ने कहा हम काका-भतीजे तो कोई बोला हमारी पुरानी पहचान

locationदेवासPublished: Apr 09, 2019 04:00:21 pm

Submitted by:

Amit S mandloi

–कार्यकर्ता दबीजुबान कर रहे चर्चा कि किसके गुट से हैं सोलंकी तो दूसरे नेता जुटे क्रेडिट लेने में

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देवास. देवास-शाजापुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार महेंद्रसिंह सोलंकी टिकट मिलने के बाद रविवार को जब पहली बार भाजपा कार्यालय पहुंचे तो कार्यालय की रंगत ही बदल गई। यहां भाजपा पदाधिकारियोंं व कार्यकर्ताओं ने सोलंकी का स्वागत तो किया लेकिन खुद को सोलंकी का करीबी बताने की होड़ मची रही। कार्यालय पर आदमकद फ्लेक्स तक टांग दिया।
रिश्ते जोड़े जाने लगे। कोई काका-भतीजा का रिश्ता गिनाने लगा तो कोई पुरानी दोस्ती का। कार्यालय पर परिचय सम्मेलन सा नजारा हो गया और पदाधिकारी सोलंकी का भाजपा कार्यकर्ता के रूप में योगदान गिनाते रहे। सोलंकी ने जज की मर्यादा की बात कहकर ज्यादा कुछ बोलने से इंकार किया लेकिन संबोधन से पहले देवास विधायक के पैर जरुर छुए।
दरअसल भाजपा ने सिविल जज महेंद्र सोलंकी को देवास-शाजापुर संसदीय सीट से टिकट दिया है। शनिवार को घोषणा हुई तो रविवार को सोलंकी देवास पहुंचे। देवदर्शन के बाद विधायक गायत्रीराजे पवार के निवास पहुंचे। इसके बाद विधायक के साथ कार में बैठकर भाजपा कार्यालय आए। सोलंकी को देखने के लिए कार्यालय पर भीड़ उमड़ी। विरोधी गुट के नेता साथ बैठे और सोलंकी का इंतजार किया। कोई पहली बार मिला तो कोई पुरानी पहचान बताता रहा। कार्यालय में पदाधिकारी कहते रहे कि सोलंकी नए नहीं, पुराने कार्यकर्ता हैं।
हम तो काका-भतीजे हैं…

सोलंकी का टिकट होने के बाद भाजपा नेताओं में अब क्रेडिट की होड़ मची है। ऐसा ही कुछ भाजपा कार्यालय पर भी दिखा जहां हर छोटा-बड़ा नेता खुद को सोलंकी का करीबी बताने लगा। उनसे अपने रिश्ते जोडऩे लगा। भाजपा के एक पदाधिकारी ने तो कहा कि हम दोनों काका-भतीजे हैं। हमारा गांव पास है। एक कांकड़ है। इसी बीच दूसरे नेता कहने लगे कि हमें तो सालभर पहले पता था कि जज साहब का टिकट हो रहा है। हमारी तो बातें होती रहती थी। कुछ भाजपा नेता सोलंकी को फोन लगाकर बधाई के लहजे में क्रेडिट लेते रहे और अपने समर्थकों के माध्यम से शहर में प्रचारित भी करवाते रहे कि टिकट कैसे हुआ है। इधर कार्यकर्ता सोलंकी के साथ ली गई सेल्फी सोशल मीडिया पर पोस्ट करने में जुटे हैं।
फेसबुक फ्रेंड बनाने में जुटे सोलंकी

टिकट मिलने के पहले तो सोलंकी ने फेसबुक पर प्रोफाइल बनाई थी। इसमें पहले से कई लोगों को जोड़ा था और देवास की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे लेकिन टिकट मिलने के बाद नई प्रोफाइल बनाई और लोगों को जोडऩे में जुटे। चर्चा हो रही है कि सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा उम्मीदवार जनता तक पहुंचेंगे। हालांकि सबसे ज्यादा इसी बात की चर्चा हो रही है कि सोलंकी किस गुट के हैं और टिकट किसके कोटे से लाए हैं। कोई संघ का कोटा बताता रहा तो कोई इंदौरी नेताओं का नाम लेता रहा। हालांकि संगठन पदाधिकारियों का कहना है कि भाजपा में सिर्फ एक ही गुट है। कमल का फूल। कमल के फूल को ही टिकट मिलता है और कार्यकर्ता इसी के लिए काम करते हैं।

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