नल के पानी में सेक्रिन व फ्रूट एसेंस डालकर बना रहा था अमानक स्तर के फ्लेवर पाउच
मिलावट का काला कारोबार: प्रशासन व खाद्य विभाग की टीम ने मारा छापा, 30 हजार की सामग्री जब्त की
देवास
Published: March 29, 2022 05:56:10 pm
देवास। शहर में मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी रही। प्रशासन व खाद्य विभाग की टीम ने शहर के मल्हाररोड पर जोशीपुरा क्षेत्र के एक घर पर छापा मारकर अमानक स्तर के पेप्सी पाउच व मशीनें जब्त की। संबंधित व्यक्ति द्वारा घर पर ही मशीनें लगाकर नल के पानी में सेक्रिन व फ्रूट एसेंस डालकर अमानक स्तर के फ्लेवर वाले बर्फ पाउच बनाए जा रहे थे। मौके से मशीनरी सहित करीब 30 हजार रुपए की सामग्री जब्त की गई।
उल्लेखनीय है कि रविवार को कोतवाली पुलिस ने अमानक स्तर की आइसक्रीम जब्त की थी। इसके बाद सोमवार सुबह करीब ११.३० बजे तहसीलदार पूनम तोमर, खाद्य निरीक्षक सुरेंद्र ठाकुर की टीम ने मल्हार रोड पर जोशीपुरा क्षेत्र के एक मकान पर छापा मारा। यहां अमानक स्तर के फ्लेवर वाले बर्फ पाउच का निर्माण किया जा रहा था। मौके पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने सेंपल लिए और करीब ३० हजार रुपए की सामग्री जब्त की। पाउच बनाने वाले सलीम खान द्वारा घर में ही मशीनें लगाई गई थी। साथ ही नल के पानी में सेक्रिन व फू्रट एसेंस मिलाकर अमानक स्तर के रंगीन बर्फ पाउच बनाए जा रहे थे।
तहसीलदार तोमर ने बताया कि घर में ही फ्लेवर्ड पाउच का निर्माण किया जा रहा था। संबंधित व्यक्ति द्वारा किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई थी।साथ ही नगर निगम का कोई लाइसेंस भी उसके पास नहीं था। सीधे नल से आ रहे पानी में ही सेक्रिन और फू्रट एसेंस डालकर पाउच बनाए जा रहे थे। करीब 30 हजार संबंधित पाउच जब्त कर नष्ट करने की कार्रवाई की गई है।
शिकायत के आधार पर की गई कार्रवाई
इस संबंध में खाद्य एवं औषधि प्रशासन निरीक्षक सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि शिकायत के आधार पर नमूने लेने की कार्रवाई की गई है। छह प्रकार के सैंपल लिए गए है। करीब 30 हजार रुपए कीमत की सामग्री जब्त कर नष्ट करने की कार्रवाई की जा रही है। संबंधित व्यक्ति द्वारा अलग-अलग फ्लेवर के बर्फ पाउच बनाकर शहर की दुकानों पर बिक्री के लिए भेजे जा रहे थे। उल्लेखनीय है कि उक्त पाउच एक से दो रुपए में दुकानों पर मिल जाते हैं। इनका उपयोग गर्मी के सीजन में ही होता है।
एक्सपर्ट व्यू : जान जाने का खतरा हो सकता है
डॉ. पवन चिल्लौरिया ने अनुसार इस तरह के अमानक स्तर के पदार्थों से बच्चों की जान जाने का भी खतरा रहता है। इसमें उपयोग होने वालेे सेक्रिन व एसेंस से कई तरह के इन्फेक्शन हो सकते हें।सबसे ज्यादा खतरा फूड पॉइजनिंग का रहता है। इससे उल्टी-दस्त होने के बाद अगले कुछ घंटे में बच्चों की जान पर बन आती है।

नल के पानी में सेक्रिन व फ्रूट एसेंस डालकर बना रहा था अमानक स्तर के फ्लेवर पाउच
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