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किसी भी कीमत पर समर्थन मूल्य से नीचे के भाव पर नहीं करे खरीदी

locationदेवासPublished: Apr 11, 2019 12:01:02 pm

Submitted by:

Amit S mandloi

मंडी के बाहर जाम खत्म करने अब दोनों गेटों से निकलेंगे किसानों की ट्रैक्टर-ट्राली

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देवास. कृषि उपज मंडी क्रमांक 1 के गेट बाहर मंगलवार को किसानों ने चक्काजाम कर दिया था। किसान कम भाव मिलने से नाराज थे। किसानों की नाराजगी को दूर करने के लिए एसडीएम जीवनसिंह रजक ने बुधवार को मंडी कार्यालय में व्यापारियों व किसान प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक सुबह 9 बजे रखी। बैठक में एसडीएम जीवनसिंह रजक ने सभी व्यापारियों के सामने साफ कर दिया कि किसी भी कीमत पर समर्थन मूल्य से कम दाम पर किसानों की उपज की नीलामी नहीं होगी। जो व्यापारी ऐसा करता पाया जाएगा, उस पर मंडी समिति कार्रवाई करेगी।
बैठक में किसान प्रतिनिधि के रूप में शामिल जगदीश नागर ने एसडीएम को बताया कि कई किसान नीलामी के बाद भी किसान की उपज में खामी निकाल रहे हैं, वे ऐसा कर किसान पर दाम गिराने का दबाव भी बनाते है व सफल भी हो जाते है। बताया गया कि किसान के माल की व्यापारी नीलामी में खरीदी कर लेता है व जब किसान का माल तुलने जाता था, तब उसे हल्का बताकर भाव कम कर दिए जाते हैं।
एसडीएम रजक ने इस पर व्यापारियों से कहा कि एक बार नीलामी में अगर आपने माल को खरीदा है तो फिर वो किसी भी कीमत पर वापस नहीं होगा, आपको वो माल खरीदना होगा। मंडी अधिनियम की धारा भी किसानों का संरक्षण करती है लेकिन मंडी समिति के अधिकारियोंं की लापरवाही से किसान को नुकसान होता है। बैठक में किसान प्रतिनिधियों ने मंडी अधिनियम की धारा की याद भी अफसरों को दिलाई। किसान नेता नागर बोले कि मंडी अधिनियम की धारा मेंं माल खराब आने की स्थिति में मंडी कर्मचारी, मंडी इंस्पेटर मंडी सचिव व दो किसान गवाहों की उपस्थिति में माल का सेंपल होना चाहिए, पंचनामा बनना चाहिए। उसके बाद ही किसान की खराब उपज को नीलामी से बाहर किया जाना चाहिए लेकिन यहां पर सांठगांठ के चलते व्यापारी सीधे किसान के माल को खराब बताकर उसे निरस्त कर देते है।
समय पर अब भी नहीं हो रहा भुगतान

किसानों की उपज बिक्री के बाद उसे हर हाल में तीन दिन के अंदर राशि का भुगतान होना चाहिए लेकिन अभी ये नहीं हो पा रहा है। ये मुद्दा भी किसानों ने उठाया। किसानों का कहना था कि आरटीजीएस में जल्द से जल्द किसानों की राशि का भुगतान होना चाहिए लेकिन कई व्यापारी उपज का 8 से 10 दिन बाद भुगतान करते है। वहीं एक व्यापारी की भी शिकायत की, जो कि किसानों को पैसे का भुगतान घर से करता है, जबकि मंडी अधिनियम के अनुसार किसानों को उपज की राशि का भुगतान मंडी से ही किया जाना चाहिए। किसानों ने कहा कि व्यापारी के घर पर किसी किसान से विवाद के बाद कोई हिंसा हो गई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।
एक घंटे देर तक चलेगी अब नीलामी

मंडी में अब नीलामी का समय एक घंटे बड़ा दिया गया है। तेज गर्मी को देखते हुए नीलामी का समय अब सुबह 8 बजे से शुरू होगा। दोपहर के समय में एक घंटे का लंच समय रहेगा। नीलामी शाम 5 बजे तक चलेगी।
मंडी के दोनों गेट से होगी आवाजाही

अभी किसानों की ट्रैक्टर-ट्राली बड़ी संख्या में कृषि उपज मंडी में पहुंच रही है। किसानों की अधिक संख्या के कारण मंडी गेट के बाहर बार-बार जाम लग रहा है। इस जाम की परेशानी को देखते हुए बैठक में निर्णय लिया गया है कि अब मंडी के दोनों गेटों से टै्रक्टर-ट्रालियों की आवाजाही होगी। मंडी के एक गेट से किसान के वाहन अंदर आएंगे व दूसरे से बाहर जाएंगे। इससे मंडी के बाहर लगने वाले बार-बार के जाम से निजात मिल सकेगी।

किसान की अच्छी उपज पर सही दाम देने के निर्देश व्यापारियोंं को दिए है। अगर किसी किसान का खराब माल होगा तो उसकी जांच मंडी इंस्पेक्टर से व्यापारी को करानी होगी, उस माल की सेंंपलिंग होगी। इसमें व्यापारियों की मनमर्जी नहीं चलेगी। व्यापारियों को निर्देश दिए है कि किसानों के खाते में समय पर पैसा डाले, इसमें देरी नहीं होना चाहिए।
जीवनसिंह रजक, एसडीएम देवास।
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