करीब 300 फीट ऊंची प्राचीन माता टेकरी पर मां चामुंडा व तुलजा भवानी की सैकड़ों वर्ष पुरानी प्रतिमाएं स्थापित हैं जिनके दर्शन-वंदन के लिए देवास ही नहीं मालवा-निमाड़ व मप्र के अन्य हिस्सों सहित कई राज्यों से भी श्रद्धालु नवरात्रि के दौरान आते हैं। माता टेकरी पर मुख्य शहर की ओर तुलजा भवानी का मंदिर है जिन्हें बड़ी माता के नाम से भी जाना जाता है। वहीं उत्तरी क्षेत्र की ओर चामुंडा माता का मंदिर है जिन्हें छोटी माता कहा जाता है। प्रतिमाओं के आकार से छोटी व बड़ी माता के नाम बिल्कुल उलट हैं। बड़ी माता की प्रतिमा जहां पूर्ण रूप में नहीं है वहीं चामुंडा माता अपने पूरे स्वरूप में हैं। मान्यता है कि माताओं की प्रतिमाएं स्वयंभू हैं और जाग्रत स्वरूप में हैं। सच्चे मन से यहां मांगी जाने वाली मन्नत पूर्ण होती है। माता टेकरी पर ऊपर पहुंचने के लिए तीन रास्तों के अलावा करीब पौने दो साल पहले रोप-वे की सुविधा भी उपलब्ध हो गई है। आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित होने के कारण देवास तक पहुंचना भी आसान है।