संजयनगर में रहने वाले राधेश्याम सोलंकी (28) के घर पर रंगपंचमी के दिन कुछ हुड़दंगियों ने पानी की टंकी में रंग घोला और पानी बहाया। राधेश्याम की मां शैतानबाई ने विरोध किया तो उनको किसी ने थप्पड़ मार दिया। राधेश्याम को इसका पता चला तो उसने हुड़दंग करने वालों से विरोध जताया तो आधा दर्जन लोगों ने मिलकर उसे पीटा। इसी दौरान किसी ने सिर पर पत्थर से वार कर दिया। बताया जा रहा है कि मौके पर पुलिस पहुंची भी थी लेकिन समझाईश देकर मामला रफा-दफा कर दिया। इसके बाद अस्पताल गया वहां भी सही ढंग से लिखा पढ़ी नहीं हुई, उपचार भी ढंग से नहीं हुआ। राधेश्याम प्रकरण दर्ज करवाने के लिए पत्नी व परिजनों के साथ थाने गया लेकिन वहां भी केस दर्ज नहीं हुआ। बाद में उसकी तबीयत बिगड़ी और फिर इंदौर ले जाना पड़ा जहां गुरुवार शाम को उसने दम तोड़ दिया। शुक्रवार को उसका शव लाकर थाने पर प्रदर्शन की तैयारी थी, परिजन व परिचित करीब ५० लोग एकत्रित भी हो गए लेकिन उनको पुलिस संजयनगर से लेकर थाना चौराहे के बीच रोकती रही। थाना चौराहे पर भारी फोर्स की उपस्थिति में करीब एक घंटे तक समझाइश का दौर चला। शव आने में देरी को देखते हुए सभी लोग धीरे-धीरे वहां से रवाना हो गए। शाम को 4.50 बजे एंबुलेंस से शव आया और परिजन शव लेकर सीधे थाने पहुंचे। यहां पुलिस की कार्यप्रणाली को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। एएसपी, औद्योगिक थाने व कोतवाली थाने के टीआई की समझाइश व कड़ी कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजन शव लेकर रवाना हुए।
परिजनों ने जो भी आरोप लगाए हैं उन सभी बिंदुओं की गंभीरता से जांच की जाएगी। मर्ग डायरी मिलते ही मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जो भी दोषी पाए जाएंगे उनको बख्शा नहीं जाएगा।
-ब्रजेश श्रीवास्तव, औद्योगिक थाना टीआई।
-ब्रजेश श्रीवास्तव, औद्योगिक थाना टीआई।