(देखे वीडियो) सुरक्षा के लिए दो थानों का बल लगाया गया। मौके पर औघोगिक व सिविल लाइन थाना प्रभारी के साथ ही पूरा पुलिस फोर्स भी मौजूद था। वहीं नगर निगम आयुक्त नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी भी खुद मौके पर पहुंचे थे। निगम ने मल्टी का अवैध हिस्सा तोडऩे के लिए दो पोकलेन व तीन जेसीबी मशीने लगाई थी। देखते ही देखते निगम की जेसीबी व पोकलेन ने अवैध हिस्सा ढहाना शुरू कर दिया। निगम की इस कार्रवाई से शहर के अंदर के अन्य बिल्डरों में भी हड़कंप मचा हुआ है। अभी शहर के अंदर कई ऐसी बिल्डिंगे बन रही है जो अनुमित के बाहर जाकर निर्माण पूरा कर चुकी है। हाला कि निगम आयुक्त नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने नियमोंं के बाहर किए जा रहे निर्माण कार्यों पर सख्ती के संकेत दिए है। मौके पर मौजूद नगर निगम के कार्यपालन यंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि यमुना नगर में मल्टी के पार्टनर संदीप सिंह, प्रमोद गुुप्ता, देवेंद्र शर्मा व मनमीत सिंह ने नगर निगम से 576 मीटर में निर्माण की अनुमति ली थी, लेकिन अनुमति से दोगुना क्षेत्र में अवैध निर्माण किया गया। हमारे दरा पांच छह नोटिस दिए गए, समझाया भी गया, लेकिन इन्होंने काम बंद करने की जगह इसे जारी रखा। आज नगर निगम के जो संसाधन लगे, उसकी वसूली भी संबंधितों से की जाएगी। निगम अफसरों के अनुसार मल्टी का अवैध हिस्सा तोडऩे पर करीब 3 लाख रुपए की वसूली संबंधित बिल्डरों से की जाएगी। राशि नहीं देने पर नगर निगम कोर्ट की शरण लेगा।
अवैध शेड तोड़ा, अन्य अतिक्रमण भी हटाया
अवैध निर्माण के विरुध्द नगर निगम की ये शुरुआत हुई है। अवैध निर्माण के दूसरे स्पाट भी चिन्हित किए हैं, जहां हम कार्रवाई करेंगे। पिछली बार तीन बिल्डिगों के अवैध निर्माण पर नोटिस दिया था, जिसमें से एक पर आज कार्रवाई की गई।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, आयुक्त
अवैध निर्माण के विरुध्द नगर निगम की ये शुरुआत हुई है। अवैध निर्माण के दूसरे स्पाट भी चिन्हित किए हैं, जहां हम कार्रवाई करेंगे। पिछली बार तीन बिल्डिगों के अवैध निर्माण पर नोटिस दिया था, जिसमें से एक पर आज कार्रवाई की गई।
नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, आयुक्त
निगम कार्रवाई के दौरान टीम ने एमआर रोड पर बने एक अवैध शेड को भी तोड़ा। इस शेड में टायर रखे हुए थे। इसी के साथ कुछ और गुमटियों को भी मार्ग से हटाया गया।