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कमिश्नर, कलेक्टर की उज्जैन में पिटी भद तो अफसर दौड़े-दौड़े पहुंचे शिप्रा

locationदेवासPublished: Jan 08, 2019 04:42:58 pm

कमिश्नर, कलेक्टर की उज्जैन में पिटी भद तो अफसर दौड़े-दौड़े पहुंचे शिप्रा

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कमिश्नर, कलेक्टर की उज्जैन में पिटी भद तो अफसर दौड़े-दौड़े पहुंचे शिप्रा

देवास. उज्जैन में शनि जयंती के दौरान श्रद्धालुओं को नहाने में दिक्कतें आई थी। श्रद्धालुओं ने नलों के शॉवर में स्नान किया था। ये मामला सुर्खियों में आने के बाद इन लोगों को देवास की मां शिप्रा नदी याद आ गई। इन लोगों ने आज तक देवास की मां शिप्रा नदी की दुर्दशा को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की थी। उज्जैन कमिश्नर एमबी ओझा को अचानक देवास की शिप्रा नदी की याद आ गई। वे उज्जैन से 11 बजे पहुंचे। कलेक्टर डॉ. श्रीकांत शुक्ला, आयुक्त नगर निगम विशालसिंह चौहान के अलावा अन्य आला अधिकारियों को लेकर ये सीधे शिप्रा पहुंचे। शिप्रा नदी से पानी उज्जैन के लिए समय-समय पर छोड़ा जाता है, इसके बाद भी श्रद्धालुओं की भावना से खिलवाड़ किया गया। उन्होंने शिप्रा नदी के वाटर लेवल को देखा। उन्हें बताया गया कि अभी 40 सेंटीमीटर पानी भरा हुआ है। दरअसल ओंकारेश्वर से पानी उज्जैनी फिर शिप्रा में आता है।
शुद्धिकरण की मांग लंबे समय से उठ रही

शिप्रा बचाने के लिए समिति का गठन किया गया है। समिति अजय बराना ने बताया कि मां शिप्रा नदी के शुद्धिकरण की मांग लंबे अरसे से की जा रही है। तत्कालीन मंत्री दीपक जोशी से लेकर इन लोगों ने कई आला अधिकारियों को आवेदन दिए हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई।उज्जैन में मामले के बाद कमिश्नर पहुंचे। शिप्रा में भी कई श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचते हैं, लेकिन इस पर कोई काम नहीं हुआ। उधर कमिश्नर मां शिप्रा का फौरी दौर कर रहे थे, इसी बीच सीएम ने उन्हें ही बदल दिया।

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