दरअसल प्रतिवर्ष अभा ब्राह्मण महासंघ द्वारा परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में शौर्य यात्रा निकाली जाती है। इसी तारतम्य में रविवार को ब्राह्मण समाजजन कलेक्टोरेट के सामने स्थित परिसर में एकत्र हुए। भगवान परशुरामजी का दुपट्टा गले में डालकर एकत्र हो रहे थे। महिलाएं केसरिया परिधानों में थी तो पुरुष धोती-कुर्ते में। विधि-विधान से भगवान परशुरामजी का पूजन-अर्चन कर आरती की। इसके बाद शौर्य यात्रा शुरू हुई। यात्रा में ढोल-ताशे सहित सुसज्जित झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। भजनों की धुन पर लोग थिरक रहे थे। यात्रा के दौरान समूचा शहर विप्रजनों के आलोक से पुलकित था और जय-जय परशुराम के जयकारे लग रहे थे। कुछ युवा हाथों में फरसा लेकर आगे चल रहे थे तो उनके पीछे पुरुष वर्ग था। शहर के प्रमुख मार्गों से निकली यात्रा का जवाहर चौक में समापन हुआ। यात्रा के दौरान कई स्वागत मंचों से स्वागत किया गया। रात करीब 8.30 बजे जवाहर चौक में समापन हुआ। अभा ब्राह्मण महासंघ अध्यक्ष पं. संजय शुक्ला और युवा संघ अध्यक्ष पं. दीपेश कानूनगो के नेतृत्व में निकली यात्रा में बड़ी संख्या में विप्रजन शामिल हुए। बीते कई दिनों से की जा रही शुक्ला व कानूनगो की मेहनत का असर दिखा और समाजजनों की अच्छी संख्या नजर आई। युवा टीम के साथ ही महिला मंडल ने मेहनत की जिसका असर यात्रा में दिखा और महिलाएं बड़ी संख्या में आईं।