अतिक्रमण के चलते नाले का रास्ता पूरी तरह से बंद हो चुका हैं। अब रेलवे क्रांसिग के यहां से निकला पानी बैक वाटर के रूप में पुलिया के नीचे अलग-अलग चार से पांच गलियों की नालियों में घुस गया हैं। परेशान लोग नगर निगम में कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन उनकी परेशानी का हल नहीं हुआ हैं।
नालियों में जमा तीन फीट का मलबा उज्जैन रोड ब्रिज के नीचे स्थित मुख्य नाले का पानी चार से पांच नालियों में रोजाना आ रहा हैं। नालियों में पानी की निकासी नहीं होने से यहां पर गाद के रूप में तीन फीट का मलबा जम चुका हैं। ये रूका पानी लोगों के घरों में घुसता हैं। यहां के रहवासी राकेश, मुश्ताक भाई, नाजमा बी ने बताया कि अगर नालियों को साफ किया जाए हर नाली से करीब तीन फीट से अधिक का गाद का मलबा निकलेगा। निगम में कई बार शिकायत रखी लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा।
6 फीट नाले का रास्ता बंद उज्जैन रोड ब्रिज के नीचे पुराने नाले की 6 फीट की गहराई हैं। इस नाले में उज्जैन ब्रिज के नीचे से पानी की निकासी तो होती है लेकिन ये पानी नगर निगम कॉलोनी से आगे नहीं जा पा रहा हैं। लक्ष्मीनारायण, सुरेंद्र कुमार ने बताया कि नालियों में नाले का पानी आने से साफ सफाई भी ठीक से नहीं हो पा रही हैं। हम लोग गंदगी के बीच रह रहे हैं।
क्या कहते रहवासी
किसी ने नहीं सुनी हमारी
क्या कहते रहवासी
किसी ने नहीं सुनी हमारी
हम लोगों ने नगर निगम के करीब सात अधिकारियों से इस बारे में अलग.अलग चर्चा की लेकिन हमारी परेशानी दूर नहीं हुई। निगम आयुक्त को भी परेशानी बताई थी लेकिन नाले का पानी अब भी क्षेत्र की कालोनियों की नालियों में जाकर मिल रहा हैं।
स्वर्णजीत सिंह, रहवासी।
घर को ऊंचा किया
स्वर्णजीत सिंह, रहवासी।
घर को ऊंचा किया
घर में नालियों का पानी घुसता था। परेशानी हल होते नहीं देख घर को ही ऊंचा करवा लिया। परेशानी में कई साल हो गए लेकिन समस्या का हल नहीं हो रहा हैं। नालियों से पानी की निकासी नहीं होने से ये पानी गर्मी में बदबू मारता हैं। छोटे बच्चों की सेहत पर इसका खराब असर हो रहा हैं।
शालिग्राम साहू, रहवासी।
हाथ से पानी उचलकर साफ करते
क्या करें, हम तो बहुत परेशान हैं। हमारे घरों के पीछे बनी नालियों से पानी घर के अंदर आता हैं। जो पानी आता है उसे हाथ से उचलकर बाहर की तरफ फेंकते हैं। कई बार तो कीचड़ की गाद भी फेंकनी पड़ती हैं।
रचना तिवारी, रहवासी।
घर के पीछे बनवाई छोटी दीवार
घर के पीछे से पानी घरों में आता था। परेशानी का हल होते नहीं दिखा तो फिर एक छोटी दीवार घर के पीछे बनवाई हैं ताकि घर के अंदर पानी नहीं घुसे। निगम को इसका स्थायी हल निकालना चाहिए।
प्रेमलता सिंघल, रहवासी।
शालिग्राम साहू, रहवासी।
हाथ से पानी उचलकर साफ करते
क्या करें, हम तो बहुत परेशान हैं। हमारे घरों के पीछे बनी नालियों से पानी घर के अंदर आता हैं। जो पानी आता है उसे हाथ से उचलकर बाहर की तरफ फेंकते हैं। कई बार तो कीचड़ की गाद भी फेंकनी पड़ती हैं।
रचना तिवारी, रहवासी।
घर के पीछे बनवाई छोटी दीवार
घर के पीछे से पानी घरों में आता था। परेशानी का हल होते नहीं दिखा तो फिर एक छोटी दीवार घर के पीछे बनवाई हैं ताकि घर के अंदर पानी नहीं घुसे। निगम को इसका स्थायी हल निकालना चाहिए।
प्रेमलता सिंघल, रहवासी।
पूर्व में इसका मौका निरीक्षण किया था। उज्जैन रोड की पुरानी पुलिया में सुधार का कार्य बजट आने के बाद किया जाएगा।
कैलाश चौधरी, कार्यपालन यंत्री
कैलाश चौधरी, कार्यपालन यंत्री