गौरतलब है कि कुछ दिन पहले विकास नगर में मेन रोड की समस्या को लेकर पार्षद प्रतिनिधि अजय तोमर रहवासियों के साथ धरने पर बैठे थे। इस कार्यक्रम में विधायक गायत्रीराजे पवार, महापौर सुभाष शर्मा सहित मंडल अध्यक्ष व अन्य भाजपाई शामिल हुए। नारेबाजी हुई। विरोध प्रदर्शन हुआ। पुलिस से हुज्जत हुई। बाद में कांग्रेस शहर अध्यक्ष मनोज राजानी ने निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की, जिसमें विधायक, महापौर का सिर्फ पदनाम लिखा और अजय तोमर आदि के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मामला जांच में चल रहा था और आखिरकार इस मामले में केस दर्ज हो गया। जानकारी के मुताबिक नायब तहसीलदार राजश्री ठाकुर की रिपोर्ट पर औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने अजय तोमर व अन्य पर एफआईआर दर्ज की है। इसमें कहा है कि धरने को लेकर जो परमिशन ली गई थी, उसमें शामिल बिंदुओं का पालन न कर आचार संहिता का उल्लंघन किया गया। इसके चलते केस दर्ज किया गया है। इधर इस मामले में भाजपा नेताओं का कहना है कि हमने विधिवत अनुमति ली थी। किसी तरह का उल्लंघन नहीं किया। प्रशासन ने एकतरफा कार्रवाई की है। हम इस मामले को लेकर अधिकारियों से बात करेंगे।
राजनीतिक दबाव में कार्रवाई की महापौर सुभाष शर्मा ने कहा कि अनुमति लेकर ही धरना दिया गया था। पुलिस-प्रशासन ने झूठी कार्रवाई की है। राजनीतिक दबाव में आकर कार्रवाई की गई है। पुलिस-प्रशासन कांग्रेस के दबाव में है। इस मामले को लेकर अधिकारियों से चर्चा करेंगे।