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मन में आया विचार, संकल्प लिया और कर दी नि:शुल्क 51 सुंदरकांड पाठ की शुरुआत

-श्रीराम भक्त रामायण मंडल कर्मचारी कालोनी के सदस्यों ने करीब चार माह में पूरे किए ३६ पाठ

देवासApr 20, 2019 / 01:49 pm

Amit S mandloi

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सत्येंद्रसिंह राठौर देवास
बदलते समय और परिस्थितियों में धार्मिक आयोजनों के स्वरूप में भी बदलाव आया है। चाहे फिर वह कोई कथा हो, भजन संध्या हो या सुंदरकांड या रामायण पाठ। कुछ न कुछ राशि किसी न किसी रूप में अधिकांश संस्थाओं द्वारा स्वीकार की जाती है। भले ही खुलकर इस संबंध मेंं बात न होती हो लेकिन आयोजन करवाने वाला भी अपने सामथ्र्य के हिसाब से खर्च करता है। इन सबके बीच शहर के श्रीराम भक्त रामायण मंडल ने एक अनूठी पहल की है और वो है 51 नि:शुल्क सुंदरकांड पाठ की, जिसकी शुरुआत करीब चार माह पहले हुई थी और हनुमान प्रकटोत्सव पर इस मंडल के सदस्यों ने अपने ३६वें नि:शुल्क पाठ की प्रस्तुति दी श्रीराम जवेरी मंदिर में।
श्रीराम भक्त रामायण मंडल कर्मचारी कालोनी स्थित श्रीराम गजानन मंदिर से जुड़ा है। मंडल मेें वर्तमान में करीब आधा दर्जन सदस्य हैं जो अलग-अलग आयु समूह के और कामकाजी लोग हैं। २०१८ के अंत में इन सदस्यों के मन में विचार आया कि 51 सुंदरकांड पाठ नि:शुल्क किए जाएं, इसके बाद इन्होंने संकल्प लिया और शुरुआत कर दी। करीब साढ़े चार माह में अलग-अलग स्थानों पर मंडल द्वारा ३५ नि:शुल्क पाठ किए जा चुके हैं, ३६वां पाठ शुक्रवार शाम को श्रीराम जवेरी मंदिर में किया गया। मंडल में गौरीशंकर इंगले, बी.डी. जामनेरा, राहुल निक्कम, इंद्रेश, अशोक त्रिपाठी, संतोष भोंसले आदि शामिल हैं। निक्कम ने बताया पूर्व में भी मंडल ने कोई राशि निर्धारित नहीं कर रखी थी, स्वेच्छा से लोग कभी ११००, कभी २१०० रुपए दे देते थे। संस्था के सदस्यों ने अपने-अपने पास से राशि एकत्रित कर वाद्य यंत्र व साउंड सिस्टम खरीदे हैं, जहां भी आयोजन होता है वहां पूरी व्यवस्था मंडल की ही रहती है। सामान्यत: मंडल मंगलवार व शनिवार को सुंदरकांड पाठ करता है लेकिन उत्सव, पर्वों के दौरान भी समय निकाला जाता है।
जहां जाते हैं वहां से पता चलता है दूसरों को

मंडल द्वारा जहां पर भी सुंदरकांड पाठ की प्रस्तुति दी जाती है वहां मंडल से जुड़े पेम्फ्लेट, विजिटिंग कार्ड आदि बांटे जाते हैं ताकि दूसरों को भी इसका पता चल सके। इसी के माध्यम से एक के बाद दूसरे, फिर तीसरे स्थान से पाठ के लिए संपर्क होता रहता है।

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