हिन्दू समाज में सामाजिक समसरता का भाव लिए जीवन में उल्लास, उमंग व प्रेम का रंग बिखेरते हुए सामाजिक सद्भाव समिति के तत्वावधान में राधा-कृष्ण फाग यात्रा निकली। सोमवार सुबह करीब 1१.३० बजे जवाहर चौक में समाजजन एकत्र हुए। इसमें जैन समाज, माली समाज, ब्राह्मण समाज, सेन समाज, मराठा समाज, लुनिया समाज, कोरकू समाज, सिंधी समाज, दर्जी समाज, राजपूत समाज, रविदास समाज, बलाई समाज, रजक समाज, खाती समाज, खटीक समाज, पाटीदार समाज, विश्वकर्मा समाज, दर्जी समाज, खण्डेलवाल समाज के प्रमुखों ने इसमें भाग लिया। इसके साथ ही राजनीतिक दलों के लोग भी फाग यात्रा में शामिल हुए। इस यात्रा में पानी से भरा टैंकर चल रहा था जिसमें रंग मिला हुआ था। इसी टैंकर से रंगों के फव्वारे आने-जाने वालों के चेहरों पर रंग बिखेर रहे थे। फाग यात्रा में भीगते-झूमते हुए लोग चल रहे थे। फाग यात्रा में ढोल भी शामिल थे जिनकी थाप पर लोग थिरक रहे थे। नावेल्टी चौराहा होते हुए फाग यात्रा सयाजी द्वार पहुंची जहां समापन हुआ। जवाहर चौक से सयाजी द्वार तक पहुंचने में यात्रा को करीब दो घंटे लगे। हालांकि नावेल्टी चौराहे पर टैंकर में लगे फव्वारे में कुछ दिक्कत भी आई जिस कारण रंगों की बौछारें बाधित हुई।
वृद्धाश्रम बसेरा में भी आयोजन हुआ। प्रबंधक दिनेश चौधरी ने बसेरा में निवासरत बुजुर्गों के साथ रंगपंचमी मनाई। बुजुर्गों के चेहरे भी रंगों के समान खिल गए। अपने बीते हुए कल को याद करते हुए उनका चेहरा खुशी से भीगा हुआ नजर आया। मिल-जुलकर एक साथ रंग उड़ाते बुजुर्ग मौज मस्ती कर रंगपंचमी मनाते रहे।