किशोरियों के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी कि 11 फरवरी को घर से हाट बाजार करने गई थीं और फिर वापस नहीं लौटीं। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। टोंकखुर्द थाना प्रभारी अविनाशसिंह सेंगर ने मामले को सुलझाने के लिए एक टीम बनाई। इस टीम ने किशोरियों के मोबाइल की कॉल डिटेल व उनके टॉवर लोकेशन के आधार पर एक को घटना के 9 दिन बाद नरसिंहपुर व दूसरी को 10 दिन बाद दाहोद गुजरात से बरामद किया।
मामले में आरोपी छोटू उर्फ शोभाराम निवासी चावर पाठा थाना सुवाकला जिला नरसिंहपुर (मप्र) व धर्मेश उर्फ धर्मेंद्र बारिया निवासी नेलसूर, दाहोद (गुजरात) को गिरफ्तार किया। किशोरियों ने बताया वो अपने गांव जिरवाय से टोंकखुर्द आई थीं फिर बस से उज्जैन चली गई थीं।
यहां से एक को नरसिंहपुर व दूसरी को दाहोद ले जाया गया था। वहां शादी का झांसा देकर उनके साथ बलात्कार किया गया। आरोपियों के खिलाफ बलात्कार, पॉक्सो एक्ट व अन्य धारा में केस दर्ज किया गया। आरोपियों को पकडऩे में एएसआई चंदरसिंह चौहान, आरक्षक सुरेश शर्मा, संदीप, राजेश लुवानिया, शिवप्रताप सिंह सेंगर आदि की अहम भूमिका रही।