पति हरविंदर महिला के चक्कर में आकर घर पर मारपीट करने लगे और घर से रुपए सहित अन्य सामग्री भी ले गए हैं। महिला ने कुछ दिन पहले पति के साथ मारपीट भी की है, उसके बाद वह घर लौटे हैं। उस महिला से मेरे पति का पीछा छुड़वाकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। तरनजीत ने परामर्श केंद्र में आवेदन दिया तो केंद्र प्रभारी नूरजहां ने शुक्रवार को दोनों पार्टी को काउंसलिंग के लिए केंद्र पर बुलाया था। नूरजहां ने दोनों की काउंसलिंग करने के बाद मामला कोतवाली थाना टीआई के समक्ष भेज दिया है, क्योंकि महिला हरविंदर के खिलाफ दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज करवाने पर अड़ी है।
टीआई ने काउंसलिंग के बाद मामला लिया जांच में शनिवार को टीआई महेंद्रसिंह परमार ने दोनों पक्ष को अपने केबिन में बुलाकर पक्ष जाना गया। लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे दोनों से टीआई ने चर्चा की तो महिला तरनजीत के पति के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवाने की बात कहती रही। दोनों की बातें सुनने के बाद कोतवाली एसआई शहनाज खान के पास मामला भेज दिया गया। जांचकर्ता खान ने महिला के बयान ले लिए हैं। पूरे मामले की जांच करने के बाद ही एसआई खान केस दर्ज करेंगी, किंतु महिला थाने पर दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज करवाने की बात को लेकर दोपहर से शाम तक डटी रही। गौरतलब है कि हरविंदर की पत्नी तरनजीत ने मार्च माह में तात्कालिक सोनकच्छ एसडीओपी विजयशंकर को ओवदन दिया था, जिसमें पति को महिला की चंगुल से छुड़ाने का निवेदन किया था। उस समय एसडीओपी ने देवास की महिला के कथन लिए थे, जिसमें उसने उल्लेख किया था कि हरविंदर उर्फ प्रिंस के साथ मेरा पति-पत्नी जैसा संबंध है।
कथन 1 तरनजीत के
सोनकच्छ में चार माह पहले दिया था आवेदन
तरनजीत अजमानी गत 19 मार्च 2018 को सोनकच्छ में तात्कालिक एसडीओपी द्विवेदी को आवेदन दिया था। आवेदन के बाद एसडीओपी ने लिए कथन में उल्लेख किया कि करबी दो वर्ष से मेरे पति के पास देवास की महिला के मोबाइल पर फोन आते हैं, कहती है कि तेरे पत्नी, मां व बाप को छोड़कर मेरे पास आजा। उसके कहने पर पति मारपीट करते हैं और घर से रुपए लेकर उसको देते हैं। सोनकच्छ में पति की मोबाइल दुकान है, जहां से पैसे लेकर जाते हैं। पति को ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठ लिए हैं। निवेदन है कि महिला के चंगुल से पति को छुड़वाया जाए।
कथन 2 उपदेश व स्वर्णजीत के
सोनकच्छ में चार माह पहले दिया था आवेदन
तरनजीत अजमानी गत 19 मार्च 2018 को सोनकच्छ में तात्कालिक एसडीओपी द्विवेदी को आवेदन दिया था। आवेदन के बाद एसडीओपी ने लिए कथन में उल्लेख किया कि करबी दो वर्ष से मेरे पति के पास देवास की महिला के मोबाइल पर फोन आते हैं, कहती है कि तेरे पत्नी, मां व बाप को छोड़कर मेरे पास आजा। उसके कहने पर पति मारपीट करते हैं और घर से रुपए लेकर उसको देते हैं। सोनकच्छ में पति की मोबाइल दुकान है, जहां से पैसे लेकर जाते हैं। पति को ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठ लिए हैं। निवेदन है कि महिला के चंगुल से पति को छुड़वाया जाए।
कथन 2 उपदेश व स्वर्णजीत के
कथन में उपदेश व स्वर्णजीत अजमानी ने कहा, हमारे पुत्र हरविंदरसिंह उर्फ प्रिंस की मोबाइल शॉप है, जहां पर होने वाली कमाई को वह देवास में रहने वाली महिला को दे देता है। हम पुत्र को घर से रुपए नहीं देते तो वह तोड़-फोड़ करता है बहू के साथ मारपीट करता है। महिला ने बहू को मोबाइल पर धमकी दी कि मैं तेरा घर बर्बाद कर दूंगी, खून के आंसु रूलाउंगी। हमारा बेटा उसे 50 हजार रुपए देने के लिए गया था, जिस बात को लेकर घर पर विवाद भी हुआ था। देवास की महिला बेटे के फोटो वायरल करने की धमकी दे रही है। महिला के खिलाफ कार्रवाई कर हमारे बेटे को चंगुल से छुडवाया जाए।
कथन 3 शबाना शेख के मेरी शादी वर्ष 2013 में देवास की महिला के शादीशुदा पति से हुई थी। मेरे पति देवास की महिला से दूर रहने लगे, जिस पर उसने न्यायालय में भरण-पोषण केस लगाया था और कोतवाली देवास में दहेज प्रताडऩा व घरेलू हिंसा का केस लगाया था, जिसमें मेरे पति कोर्ट से बरी हुए हैं। 10 अप्रैल 2017 को पति कोर्ट में गवाही देने के लिए गए थे तो महिला ने पति, सास व देवर के खिलाफ मारपीट का झूठा केस थाना सिविल लाइन में दर्ज कराया था। मुझे पता चला कि उसने सोनकच्छ के हरविंदर को भी अपने जाल में फंसा रखा है। देवास की महिला के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए।
कथा 4 देवास की महिला के कथन में देवास की महिला ने कहा कि मेरा विवाह देवास निवासी से सात वर्ष पहले हुआ था। मैं पति से झगड़ा होने की वजह से वर्ष 2012 से अपने पिता के पास रह रही हूं। मैं हरविंदर उर्फ प्रिंस को करीबी चार साल से जानती हूं, जिससे मेरा संपर्क देवास में हुआ था। उसके घर तक आना-जाना था। हमारे संबंध के बारे में प्रिंस के पिता उपदेश, मां स्वर्णजीत, पत्नी तरनजीत व उनकी बहन को भी पता था। प्रिंस की मां और उसकी पत्नी फोन लगाकर मुझे कहती थी कि हरविंदर से शादी कर लो। मैंने कहा मेरा केस न्यायालय में चल रहा है, मैं अभी शादी नहीं करूंगी। मैंने उन्हे गाड़ी खरीदने के लिए 50 हजार रु. अपने बैंक खाते से निकालकर दिए थे। मैंने फोटो वायरल करने की बात कभी भी नहीं की है। मैं करीब पांच माह पहले ही प्रिंस को छोड़ चुकी थी। इसके बाद विवाद हुए तो प्रिंस ने घर छोड़ा दिया था तो मैंन ही प्रिंस का पूरा खर्च उठाया था। प्रिंस के परिवार वालों ने मुझे मारने की सुपारी दी थी। मेरा और हरविंदर उर्फ प्रिंस के साथ मेरा संबंध पति-पत्नी जैसा है। 15 मार्च 18 को प्रिंस से मेरी अंतिम मुलाकात हुई थी।
बलात्कार की धमकी, दिया आवेदन
हरविंदर ने मामले में शनिवार को एसपी ऑफिस की शिकायत शाखा में आवेदन दिया है। आवेदन में बताया कि देवास की महिला से मेरे संबंध रहे, जो मुझे ब्लैकमेल करने लगी है। मुझे बुरा तब लगा, जब उसने मेरे सिर के बाल काटने पर बवाल किया। मुझे न्यायालय दिलाया जाए। बताया जाता है कि हरविंदर के साथ दो दिन पहले बांधकर जमकर मारपीट की गई थी, उसके बाद ही उसे अपने परिवार वालों की याद आई।
हरविंदर ने मामले में शनिवार को एसपी ऑफिस की शिकायत शाखा में आवेदन दिया है। आवेदन में बताया कि देवास की महिला से मेरे संबंध रहे, जो मुझे ब्लैकमेल करने लगी है। मुझे बुरा तब लगा, जब उसने मेरे सिर के बाल काटने पर बवाल किया। मुझे न्यायालय दिलाया जाए। बताया जाता है कि हरविंदर के साथ दो दिन पहले बांधकर जमकर मारपीट की गई थी, उसके बाद ही उसे अपने परिवार वालों की याद आई।
शनिवार को दोनों पक्ष से बात की है। मामले की जांच की जा रही है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
महेंद्रसिंह परमार, टीआई सिटी कोतवाली।
महेंद्रसिंह परमार, टीआई सिटी कोतवाली।